धनबाद (Dhanbad) : अनजान नंबर से मोबाइल पर घंटी बजती है ताे कलेजा कांप जाता है. सड़क पर चलते समय डर लगता है कि कोई गोली न मार दे. घर में भी डरे रहते. कोई तेज आवाज होती तो मन अंदेशों से घिर जाता. धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने गुरुवार को जब व्यवसायियों से सीधा संवाद किया, तो उनका कुछ ऐसा ही डर उभर कर सामने आया. एसएसपी ने उन्हें भरोसा दिया कि डरने की कोई जरूरत नहीं है, पुलिस प्रशासन उनके साथ खड़ी है. किसी भी रंगदार को रंगदारी नहीं करने दी जायेगी.
न घर में चैन, न सड़क पर
कारोबारियों को पूरी सुरक्षा मिलेगी और जो भी मदद चाहते हैं वे बेहिचक बताएं, पुलिस उन्हें हर संभव सहयोग करेगी. जिला चेंबर के अध्यक्ष चेतन गोयनका ने व्यवसायियों की परेशानियों से एसएसपी को अवगत कराया ,कहा कि हालत इतनी खराब हो गई है कि कोई अनजान फोन उठाने में कलेजा कांप जाता है. कारोबारी ना घर में सुरक्षित है,न रास्ते में सुरक्षित है और न उनके प्रतिष्ठान की कोई सुरक्षा है. ऐसे हालात में कारोबारी धंधा करें भी तो कैसे. नई ट्रैफिक व्यवस्था से हो रही परेशानियों से भी कारोबारियों ने अवगत कराया और अपनी अपनी समस्याएं रखी.
हम नहीं सुपर मैन
एसएसपी संजीव कुमार ने आम व्यवसायियों को भरोसा दिलाया कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है. किसी भी समाज को सुरक्षित माहौल देना पुलिस की जितनी जिम्मेवारी है, उतना ही यह चुनौती भरा काम है. पुलिस कोई सुपरमैन तो है नहीं कि बाज की तरह उड़कर अपराधियों को पकड़ ले. समाज के लोगों को भी पुलिस का सहयोग करना पड़ेगा, तभी अपराधी पकड़े जाएंगे. विशेष तौर पर उन्होंने व्यवसायियों से आग्रह किया कि किसी भी धमकी भरे कॉल की सूचना तत्काल पुलिस को दी जाए ताकि कार्रवाई हो सके. उन्होंने कहा कि धमकी मामले में गैंग के लोगों को पकड़ लिया गया है. कुछ की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. वह भी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे.
कारोबारियों ने निकाली भड़ास
कारोबारियों ने मांगे उठाते हुए कहा कि लॉ एंड ऑर्डर की हालत खराब है. व्यवसायी दहशत में हैं. ई-कॉमर्स कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, इस पर अंकुश लगे. सभी थानों में पुलिस व्यापारी समन्वय समिति बने ,क्योंकि सभी मामले को लेकर एसएसपी के पास जाना संभव भी नहीं है और ठीक भी नहीं. कहा कि थाना जाने से व्यवसायी डरते हैं ,थानों में ही अगर न्याय मिल जाए तो लोग परेशान क्यों होंगे. ट्रैफिक की समस्या की भी मांग जोरदार ढंग से उठाई गई. सिंदरी में पासपोर्ट वेरिफिकेशन को लेकर परेशानी हो रही है. पुलिस जांच नहीं कर रही है. इस कारण सिंदरी के सैकड़ों युवाओं का भविष्य दांव पर लगा है. एफसीआई गोदाम के सामने सड़क पर बड़ी-बड़ी गाड़ियां खड़ी रहती है. इससे परेशानी बढ़ जाती है. शहर में निर्धारित ऑटो से ज्यादा चल रहे हैं, इस कारण भी दिक्कत होती है. पुलिस का खौफ अपराधियों में कम हुआ है ,अपराधी पूरी तरह से बेलगाम हो गए हैं .
संसाधन की कमी रोते थानेदार साहब
व्यवसायियों ने कहा कि इलाके में अगर कोई घटना होती है और थानेदार को फोन किया जाता है तो संसाधन की कमी बता कर मामले को टालने की कोशिश की जाती है. आउटसोर्सिंग कंपनियों या धमकी कांड से माहौल खराब हो रहा है. रिश्तेदार भी अब धनबाद आने से डरने लगे हैं. ऐसे हालात में धनबाद में रहना भी अब कठिन सा हो गया है. बैठक में सिटी एसपी और ए एसपी भी मौजूद थे. अध्यक्षता चेतन गोयनका ने की ,संचालन महासचिव अजय नारायण लाल ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष श्याम गुप्ता ने किया. व्यवसायियों में पूर्व अध्यक्ष राजेश गुप्ता ,मनोज मोदी ,संजीव अग्रवाल, महेंद्र अग्रवाल, जितेंद्र अग्रवाल, संजय लोधा ,ललित जगनानी ,कमलेश त्रिवेदी ,प्रमोद गोयल, अशोक सराफ, दिनेश मंडल, राजेश रेटोलिया सहित सैकड़ों कारोबारी मौजूद थे.
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