दुमका (DUMKA) : शारदीय नवरात्र का त्योहार शुरू हो चुका है. लोग अपने परिवार के साथ उत्सव मनाने की तैयारी अपने अपने तरीके से कर रहे हैं. उधर दुमका में पोषण सखी को सात महीने से मानदेय नहीं मिला है. इस कारण झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी पोषण सखी संघ के बैनर तले पोषण सखियों ने शुक्रवार को दुमका की सड़कों पर भिक्षाटन किया.
एक तो कम, वो भी अनियमित
झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी पोषण सखी संघ के बैनर तले दुमका की पोषण सखी शहर के तिलकामांझी चौक पर एकत्रित हुईं. तिलकामांझी को नमन कर पोषण सखियों ने शहर में घूम-घूम कर भिक्षाटन किया. इस बाबत पोषण सखी मन्वेला मुर्मू का कहना है कि सात महीने से उन्हें मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है जबकि कोविड काल मे जान की परवाह किए बगैर उन्होंने अपने कार्य का निर्वहन किया. एक तो सरकार की तरफ से अल्प मानदेय दिया जाता है और उसका भी नियमित भुगतान नहीं होने पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आज बच्चे की पढ़ाई बाधित है. परिवार के बीमार सदस्यों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है. इस स्थिति में लोग त्योहार कैसे मनाएं. संघ के प्रदेश संरक्षक विजय दास ने कहा कि मानदेय भुगतान की मांग को लेकर पोषण सखी कई बार धरना प्रदर्शन दे चुके हैं. इसके बावजूद सरकार का ध्यान पोषण सखी पर नहीं है. अब भिक्षाटन ही एकमात्र विकल्प बचा है.
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