सरायकेला (SARAIKELA) : 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड को शामिल करने को लेकर सरायकेला जिला के समाहरणालय के समक्ष शुक्रवार को आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया. इस धरना प्रदर्शन के दौरान आदिवासी सेंगेल अभियान के नेताओं ने कहा कि लगभग 15 करोड़ आदिवासियों की प्राकृतिक पूजा धर्म सरना धर्म कोड की मान्यता एवं भाषा हासा संस्कृति आदि के संरक्षण व संवर्धन को लेकर यह काफी अहम है. ऐसे में उन्हें संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत सरना धर्म कोड मिलना चाहिए.

 रामेश्वर मुर्मू के संदिग्ध मौत की सीबीआई जांच कराने की मांग 

धरना प्रदर्शन के उपरांत आदिवासी सिंगल अभियान द्वारा राष्ट्रपति के नाम सात सूत्री मांग पत्र भी डीसी को सौंपा गया.  मांगपत्र में संथाली को हिंदी के साथ झारखंड की प्रथम राजभाषा बनाने तथा हो, कुरुख, खड़िया आदि भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की गई. साथ ही झारखंड डोमिसाइल और अन्य संवैधानिक कानूनी अधिकारों की रक्षा, विस्थापन पलायन और ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर रोक लगाने, शहीद सिदो मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू के संदिग्ध मौत की सीबीआई जांच कराने जैसी कई मांग की गई.

रिपोर्ट :विकास कुमार (सरायकेला )