पलामू (PALAMU ) आजादी के बाद से आज तक गांव में नहीं पहुंची है बिजली मगर गांव में घर घर पहुंच गया बिजली का बिल ,जी हां विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को बिना कनेक्शन दिए बिजली का बिल थमा दिया गया.मामला रामगढ़ प्रखंड के माधो खाड गांव  की है. जहां 100 ग्रामीणों को बिना कनेक्शन दिए बिजली का बिल भेज दिया गया है. इस बात से गांव के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. बिजली बिल मिलने के बाद, ग्रामीण अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं. 

विधायक और उपायुक्त से गुहार 

इतना ही नहीं  बिजली बिल  मिलने से माघो खांड  के ग्रामीण जिले के उपायुक्त और स्थानीय विधायक आलोक चौरसिया से भी गुहार लगाया है.बिजली बिल रद्द कराने की मांग की है और गांव में जल्द से जल्द बिजली का कनेक्शन देने की भी मांग की गई है. आज तक गांव में बिजली नहीं पहुंचने से आज भी गांव पिछड़ा है, गांव के बच्चों का शिक्षा आज भी पीछे है, ढिबरी और लालटेन की रोशनी में आज भी यहां के ग्रामीण जीवन यापन कर रहे हैं.

बिल वापसी नहीं लेने पर आदिवासियों ने दी आंदोलन की चेतावनी 

आदिवासी बहुल माधो खाड गांव के आस-पास के गांव में बिजली का पोल पहुंच गया है.मगर वहां भी बिजली का कनेक्शन नहीं पहुंचा,अब इस गांव के ग्रामीण अब आंदोलन के मूड में है,उनका कहना है कि बिजली बिल वापस नहीं लिया जाएगा तो आंदोलन किया जायेगा. 

आला अधिकारियों को  करनी चाहिए गंभीरता से जांच

कुल मिलाकर जिस तरह से रघुवर सरकार में गांव गांव में विद्युतीकरण करने को लेकर सरकार ने अभियान चलाया था मगर माधो खाड जैसे कई ऐसे गांव हैं जहां सिर्फ विद्युतीकरण के नाम पर खानापूर्ति की गई है. डाटा में ग्रामीणों का नाम दर्ज कर दिया गया है. यही वजह है कि इस तरह के फर्जी बिजली बिल ग्रामीणों को मिल रहा है. जरूरत है ऐसे मामले में विभाग और आला अधिकारियों को गंभीरता से जांच कराने की ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके.

रिपोर्ट :रंजना कुमारी (रांची ब्यूरो )