धनबाद (Dhanbad) निरसा गलफरबाड़ी में आत्महत्या के बाद बुधवार को भारी बवाल मच गया है. मामला छेड़खानी और घूस के आरोप से भी जुड़ा है. पूरे मामले में पुलिस ही कठघरे में खड़ी है.  

क्या है मामला

धनबाद के गलफरबाड़ी पुलिस की कार्रवाई से  नाखुश  एग्यारकुण्ड ,पानी टंकी निवासी सुजीत उर्फ मंटू दूबे ने शनिवार को अपने घर  में फंदा डाल जान देने की कोशिश की. आसपास के लोगों ने परिजनों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ उसे फंदे से उतारा . फौरन उसे धनबाद के SNMMCH  में भर्ती कराया गया.  इलाज के दौरान  मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई. मौत की सूचना मिलते ही आसपास के लोगों ने शव के साथ ओपी परिसर  में जमकर हंगामा किया. मृतक की पत्नी का सीधा आरोप है कि उसने गहना बेचकर 50 हज़ार पुलिस को दिए लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया और उसके बाद उसके पति ने आत्महत्या कर ली. लोगों ने ओपी प्रभारी संजय उरांव पर मामले में गंभीरता नही बरतने का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी. पुलिस के साथ हाथापाई भी की.  लोगों का जमावड़ा और उग्र प्रदर्शन को देखते हुए अंचल के सभी पुलिस एवं प्रभारी मौके पर पहुंचे. ओपी परिसर  पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील हो गई. स्थानीय लोग शव को रखकर धरना प्रदर्शन पर बैठ गए हैं. 

एक महीना पूर्व हुआ था झगड़ा

बताया जाता है कि एक माह पूर्व मंटू दुबे के साथ उसके चचेरे भाई रंजीत दुबे व उसके दोस्त संदीप रजक का झगड़ा हुआ था. जिसमें दोनों पक्षों की ओर से गलफरबाड़ी ओपी में एफआईआर दर्ज करायी गयी थी. मंटू की पत्नी दोनों पर  छेड़छाड़ व दुराचार का आरोप लगायी थी. इसमें दोनों पुलिस की नजर में तो फरार चल रहे थे, लेकिन दोनों खुलेआम घूम  रहे थे. आरोप है कि रंजीत एवं संदीप ने मंटू से कहा कि हम लोगों का पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ सकती है. ओपी प्रभारी से लेकर आला अफसरों को पैसा देकर मैनेज कर लिया है. मंटू नशे में था और इस बात को उसने दिल से लगा लिया. 

पहले ट्रेन के आगे कूदने का था प्लान

मंटू ने पत्नी व पिता से कहा कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, और दोनों आरोपी सरेआम जलील करने लगे  हैं. वह जलालत की जिंदगी नहीं जी सकता, इसलिए वह जान दे देगा. ट्रेन के आगे कूद  कर जान देने के लिए वह रेलवे ट्रैक की ओर दौड़ा,फिर समझा बुझा कर  किसी तरह उसे घर लाया गया. लेकिन वह जान देने की जिद पर अड़ा था. मौका देख उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया और फंदे से झूल गया. इधर निरसा सर्किल इंस्पेक्टर योगेंद्र पासवान का कहना है कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.


अभिषेक कुमार ,ब्यूरो हेड (धनबाद )