रांची- कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन के शैक्षणिक सलाहकार प्रोफेसर डॉ. ई. बालागुरु स्वामी झारखंड की शैक्षणिक वातावरण और विश्वविद्यालयों के अधिभूत संरचना का विकास के लिए पूरे फार्म में है, रांची यूनिवर्सिटी और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी के दौरे के क्रम में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को दो टूक सलाह देते हुए कहा है कि सिर्फ डिग्रियां बांटने से राज्य की शैक्षणिक वातवरण में कोई सुधार नहीं आना वाला है, हमें क्वालिटी एजुकेशन की ओर बढ़ना होगा, और इसके लिए बेहद जरुरी है कि मानव संसाधन सहित विश्वविद्यालयों की अधिसंरचना में सुधार करना होगा, छात्रों को स्किल्ड बनाना होगा. छात्रों की बीच शिक्षा के प्रति ललक पैदा करनी होगी, उस वातावरण का निर्माण  करना होगा जहां छात्र अपने प्रश्नों को उठाने में झिझक महसूस नहीं करें, उनमें आत्मविश्वास की भावना भरनी होगी. नन स्किल्ड छात्रों के बीच डिग्रियां बांटने से राज्य की शैक्षणिक स्थिति और भी बूरी होने वाली है.

विभिन्न विभागों का दौरा कर उसकी जरुरतों को समझने की कोशिश

इस अवसर उनके द्वारा एचओडी, डीन, शिक्षकों और रिसर्च स्कॉलरों से सीधा संवाद करते हुए आईक्‍यूएसी, जूलॉजी, बॉटनी, बायोटेक, केमिस्‍ट्री, मास कम्युनिकेशन, लीगल स्‍टडीज, लैब, लाइब्रेरी व ऑडिटोरियम विभिन्न विभागों का दौरा कर इन विभागों की जरुरतों को समझने की कोशिश की गयी.

उच्च शिक्षा में नामांकन की कमजोर स्थिति पर चिंता

उच्च शिक्षा में गिरते नामांकन पर अपनी चिंता प्रकट करते हुए उनके द्वारा सुधार पर जोर दिया गया, अधिकारियों को सीधा संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि आप सिर्फ हां कहने की आदत बदलनी होगी, जरुरत पड़ने पर सीधा ना करने की हिम्मत पैदा करें. सच्चाई को सामने रखे, जिससे कि उसमें सुधार की कोशिश की जा सके. समस्या को छुपाने से उसके समाधान नहीं होता है और आगे चलकर वह और भी विकराल रुप ग्रहण कर लेता है.