रांची(RANCHI): झारखंड में सेना की जमीन घोटाला मामले में ED की जांच तेज हो गई है. इस जांच के दायरे कई अधिकारी, कारोबारी और जमीन दलाल आ गए है. पहले इस मामले में एक राजस्व कर्मचारी और छह जमीन दलाल को ED ने जेल भेजा है. लेकिन इस जांच में हर दिन एक नई कड़ी जुड़ रही है. पूरे जमीन घोटाले के प्रकरण में ED जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. इस मामले में पूछताछ के लिए फिर एक बार राँची के पूर्व DC छवि रंजन को चार मई का समन भेजा गया है. इसके अलावा डिप्टी रजिस्टार वैभव मणि त्रिपाठी एक मई और न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल को आठ मई को ED दफ्तर में हाजिर होने का आदेश दिया गया है.
इससे पहले 21 अप्रैल को भी छवि रंजन को समन दिया गया था लेकिन उस समन पर वह हाजिर नहीं हुए थे. फिर दोबारा एक समन भेजा गया जिसमें 24 अप्रैल को छवि रंजन ED दफ्तर पहुंचे थे. ED दफ्तर में छवि रंजन से 12 घन्टे से अधिक पूछताछ चली थी. उसके बाद अब फिर उनका बुलावा ED से आया है
बता दे कि झारखंड में बड़े पैमाने पर जमीन की हेरा फेरी की गई है. इसमें आम तो छोड़िए सरकारी और सेना की जमीन को अधिकारी और माफियाओं ने मिलकर बेच दिया है. इस मामले में ED लगातार कार्रवाई कर रही है. अब तक दर्जनों लोगों स इस जमीन घोटाला मामले में पूछताछ कर चुकी है. साथ ही सात लोगों को जेल भेजा है. गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ भी की गई है. जिसके आधार पर अब ED अपने जांच को आगे बढ़ाने में लगी है.
13 अप्रैल को रांची के पूर्व DC छवि रंजन के अलावा अन्य अधिकारी और जमीन दलालों के 22 ठिकानों पर ED ने लंबी छापेमारी किया था. इस छापेमारी के बाद सात लोगों को जेल भेज चुकी है. वहीं छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तवेज सभी के ठिकानों से बरामद किए गए है.
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