रांची(RANCHI):  लंबे समय से बीमार रहने के बाद आखिरकार शिक्षा मंत्री टाइगर जगरनाथ महतो ज़िंदगी की जंग हार गए.शिक्षा मंत्री ने चेन्नई के अस्पताल में अंतिम सांस ली है. उनके निधन से राज्य में शोक की लहर है. शिक्षा मंत्री की तबियत विधानसभा बजट सत्र के दौरान बिगड़ी थी जिसके बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर चेन्नई भेजा गया था.

बता दें कि हेमंत सोरेन सरकार के कैबिनेट में ये दूसरे मंत्री थे जिनका निधन कार्यकाल के दौरान हुआ है. इससे पहले देवघर के मधुपुर से विधायक रहे मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का इंतकाल हुआ था. 

2018 में जगरनाथ महतो ह्रदय रोग से ग्रसित हुए . इस दौरान उनका इलाज मेडिका में किया गया था. 2018 में उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा था. इस दौरान उनका एंजियोप्लास्टी भी हुआ. 2019 में फिर जब कोरोना काल में जगरनाथ महतो कोरोना के चपेट में आ गये. संक्रमण उनके फेफड़े में फैल गया. जिसके बाद रांची से एयरलिफ्ट कर उन्हें चेन्नई भेजा गया था. जहां MGM अस्पताल में उनका 8 माह से अधिक इलाज चला. स्वस्थ होने के बाद रांची लौटे लेकिन बीच बीच में उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती रही. ऐसा ही बजट सत्र के दौरान विधानसभा में हुआ. तबियत खराब होने के बाद उन्हें पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया.जहां से फिर उन्हें चेन्नई एयरलिफ्ट कर भेज दिया गया.लेकिन इस बाद टाइगर ज़िंदगी से जंग हार गए.

सीएम हेमंत ने ट्वीट कर जताया शोक 

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी जताया शोक 

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर कहा आज हम सभी ने अपना अभिभावक,झारखंड ने एक आंदोलनकारी और राज्य की जनता ने एक लोकप्रिय नेता खो दिया.  चेन्नई में इलाज के दौरान जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया.  ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार और समर्थकों को दुःख सहन करने की शक्ति दे.