धनबाद(DHANBAD): झारखंड मुक्ति मोर्चा कहता है कि झारखंड में सीबीआई और ईडी अजीब मकड़जाल की तरह दिख रहे है, हालात यह है कि कोई अधिकारी यहां किसी से बात करने से डरता है. धीरे-धीरे पूरे सिस्टम को ठप किया जा रहा है. इसके पलट भाजपा कहती है कि भ्रष्टाचार पर अब जब केंद्र नकेल कस रही है तो भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने वाली पार्टी के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है. झारखंड में ईडी की कार्रवाई पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र पर तगड़ा हमला बोला है. पार्टी ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है.

केंद्र सरकार नहीं चाहती कि झारखंड सरकार अच्छा काम करें:सुप्रियो

झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि केंद्रीय एजेंसियां जिस तरह से व्यवहार कर रही है, उसे देखते हुए सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए. शीर्ष कोर्ट को देखना चाहिए कि बीते 9 वर्षों में गैर भाजपा शासित राज्यों में केंद्रीय एजेंसियां किस प्रकार काम कर रही है. केंद्र सरकार नहीं चाहती कि झारखंड सरकार अच्छा काम करें .सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में मनरेगा में गड़बड़ियों से लेकर शुरू हुई जांच ,शाखा और प्रशाखा तक फैल गई. जांच एजेंसी सीएम और अधिकारियों को समन भेजती है. छापेमारी में कागजात और नगद बरामद होने की बात सामने आती है लेकिन इस संबंध में औपचारिक सूचनाएं जारी नहीं की जाती हैं.

भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने वालों के पेट में दर्द क्यों हो रहा: दीपक प्रकाश 

इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के इस बयान पर पलटवार करते हुए झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के सरकार ने संकल्प लिया है कि किसी भी हाल में भ्रष्टाचार पर नकेल कसना है. अब जब केंद्र नकेल कस रही है तो भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने वालों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. दीपक प्रकाश ने कहा कि  एजेंसियां की कार्रवाई के बाद जो भ्रष्टाचारियों के पक्ष में बात करता है, इसका मतलब साफ है कि वह भ्रष्टाचार के साथ है. भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में सभी को मोदी सरकार को सपोर्ट करना चाहिए .भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जांच एजेंसियां जहां भी हाथ डाल रही हैं, वहां गड़बड़ियों का खजाना मिल रहा है.

रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो