दुमका (DUMKA): झारखंड की उपराजधानी दुमका की विधि व्यवस्था एक बार फिर बेपटरी होने लगी है. शनिवार को दुमका में हत्या की दो वारदातों को अज्ञात अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया है. दोनों ही घटना में अभी तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. एक दिन में दो लोगों की निर्मम हत्या से क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम है.

मुखिया सुरेश मुर्मू की गोली मार कर हत्या

शनिवार की शाम अज्ञात अपराधियों ने सरैयाहाट प्रखंड के बढ़ैत पंचायत के मुखिया सुरेश मुर्मू की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. सुरेश मुर्मू सरैयाहाट में एक बैठक से बाइक से अपने घर जलावे लौट रहे थे. हंसडीहा हाई स्कूल के समीप घात लगाकर बैठे अपराधियों ने मुखिया पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र ने बताया कि कुल 6 राउंड फायरिंग हुई, जिसमें 3 गोली मुखिया को लगी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुचीं और घायल अवस्था मे मुखिया को इलाज के लिए सीएचसी सरैयाहाट में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टर ने मुखिया को मृत घोषित कर दिया. 


प्रशासन की ओर से 2 दिनों के अंदर अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन

 गोड्डा के ललमटिया स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय से रात्री प्रहरी के पद से सेवानिवृत्त के बाद सुरेश मुर्मू ने पंचायत चुनाव लड़ा और अपने व्यवहार के कारण मुखिया निर्वाचित हुए. मिलनसार स्वभाव के धनी मुखिया सुरेश मुर्मू की हत्या की खबर जंगल मे आग की तरह फैल गयी. देखते ही देखते हंसडीहा चौक से सरैयाहाट तक मुखिया समर्थक सड़कों पर उतर गए. परंपरागत हथियारों से लैश समर्थकों ने हंसडीहा चौक को पूरी तरह जाम कर दिया. जिसके कारण दुमका - भागलपुर और गोड्डा - देवघर मार्ग पर वाहनों का परिचालन बाधित हो गया. वाहनों की लंबी कतार लग गयी. स्थानीय विधायक प्रदीप यादव भी काफी देर तक जाम में फंसे रहे। जाम समाप्त करवाने में प्रसासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. 2 दिनों के अंदर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन द्वारा आश्वासन देकर सुबह 4 बजे जाम समाप्त करवाया गया.

धारदार हथियार से मुख्तार अंसारी की हत्या 

हत्या की दूसरी घटना शनिवार की शाम रामगढ़ थाना क्षेत्र के तालझारी गांव के समीप हुई. गोड्डा जिला के देवडाँड़ थाना के बांझी निवासी मुख्तार अंसारी पर अपराधियों ने हमला कर दिया. मुख्तार के सर पर धारदार हथियार से हमला किया गया. खून से लथपथ मुख्तार को परिजनों द्वारा इलाज के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. परिजनों की माने तो आपसी विवाद में घटना को अंजाम दिया गया.

दो हत्या से लोगों में आक्रोश 

एक दिन में हत्या की दो वारदात से क्षेत्र में दहशत व्याप्त है. घटना के 14 घंटे बीत जाने के बाबजूद दोनों ही मामले में पुलिस के हाथ खाली है. मुखिया हत्याकांड में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन ने दो दिनों का समय लिया है. इन दो दिनों में पुलिस हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है या नहीं यह तो समय बताएगा. लेकिन, इतना तय है कि एक दिन में दो की हत्या से लोगों में आक्रोश व्याप्त है.