जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): जमशेदपुर के चाक़ूलिया प्रखंड के ललमटिया गांव में एक फर्जीवाड़ा का बड़ा मामला प्रकाश में आया था, जहां के पंचायत सचिव के यूजर आईडी से तीन हजार मुस्लिम समुदाय के बच्चों का डेट ऑफ़ बर्थ सर्टिफिकेट निर्गत किया गया था, जबकि उस प्रखंड मे एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता है, ज़ब यह मामला मीडिया में प्रमुखता से चला तब जाकर जिला प्रशासन एक्शन मे आया, और इसकी जाँच शुरू की गई.

प्रखंड में नहीं है एक भी मुस्लिम परिवार

अब सवाल ये उठता है कि ज़ब उस प्रखंड मे एक भी परिवार मुस्लिम नहीं है, तब वहां तीन हजार बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र कैसे निर्गत किया गया, जिला के डीसी अनन्य मित्तल ने एसडीओ के नेतृत्व मे एक टीम का गठन किया, जिसके बाद जिस प्रज्ञा केंद्र से यह जन्म प्रमाण पत्र निगर्त हुए उस का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है, साथ ही जिस पंचायत सचिव का यूजर पासवर्ड इस्तेमाल हुआ था, उस पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है.

पढ़ें मामले पर डीसी ने क्या कहा

वहीं जिला के डीसी ने जानकारी देते हुए कहा कि मामला मीडिया में आने के बाद एक टीम बनाकर यह कार्रवाई की गई है, उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले की जांच आगे भी की जाएगी ताकि इतनी बड़ी लापरवाही पर किसी को बख्सा नहीं जाएगा, ज़ब यह मामला मीडिया में आया तब पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने भी इसपर सवाल खड़ा किया था कि जिस गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है. वहां से इतने बच्चों का जन्म प्रणाम पत्र कैसे निर्गत हुआ है, जिसके बाद यह करवाई की गईं है.

रिपोर्ट-रंजीत ओझा