रांची(RANCHI): ईडी के द्वारा जमीन से सम्मानित मामलों में ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है.अब इस मामले में दूसरी केंद्रीय एजेंसी आयकर विभाग भी कूद पड़ी है. सेना की जमीन का मामला जांच के दायरे में है. पूर्व डीसी छवि रंजन समेत कई लोगों से पूछताछ हुई है. सात लोग जेल में भी हैं. मुख्यमंत्री के प्रेस एडवाइजर के आप्त सचिव उदय शंकर के यहां से भी जमीन संबंधी ढेर सारे कागजात बरामद हुए हैं.

जमीन से जुड़े माफिया का धंधा रांची समेत पूरे झारखंड में पिछले डेढ़- दो दशक में खूब पनपा है. प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी को ऐसे डेढ़ सौ से अधिक जमीन के मामले मिले हैं जिन पर प्रारंभिक जांच चल रही है. कौड़ियों के दाम जमीन खरीदने वाले ऐसे राजनेता,अधिकारी और व्यवसाई सभी जांच के दायरे में हैं. धीरे-धीरे ईडी और आईटी अपनी जांच का दायरा बढ़ा रहे हैं.

विश्वास सूत्र बताते हैं कि 2 महीने में बहुत सारे मामले को घर के सामने आ जाएंगे. महत्वपूर्ण पदों पर काबिज राजनेता और अधिकारी जिन जमीनों को कथित रूप से हड़पने का काम किए हैं, वे जमीन उनके भविष्य को कहीं कब्रगाह नहीं बना दे. सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं का मानना है कि कुछ राजनीतिक घराना जमीन हड़पने का रोग पाल बैठा हैं. यही रोग उनके लिए लाइलाज हो जाएंगे. केंद्रीय एजेंसियों के पास पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध है जिनके लपेटे में बड़े-बड़े नामधारी राजनेता आ सकते हैं.

आखिर ऐसा क्यों कहा जा रहा है कि जून तक में बहुत सारे राजनेता और अधिकारियों के पोल खुलने वाले हैं और उन पर कार्रवाई भी हो सकती है. इस दिशा में ईडी और अब आयकर विभाग भी तेजी से काम करने लगा है. बुधवार को भी रांची- जमशेदपुर में जमीन से जुड़े मामले में ईडी और आयकर विभाग की ताबड़तोड़ छापेमारी हुई है.