टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे कश्मीर को रुला दिया है. घटना को चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन कश्मीर अभी भी रो रहा है और पूछ रहा है कि उसे क्यों मारा गया. सड़कें खाली हैं. लोगों में आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा है. आतंकियों ने चुन-चुन कर हिंदुओं को निशाना बनाया. इसी में एक मुस्लिम सैयद आदिल भी आतंकियों की गोलियों का शिकार हो गया. अब सवाल यह था कि जब आतंकी धर्म पूछ रहे थे और गोली मार रहे थे तो उन्होंने आदिल को क्यों मारा? आदिल ने उन्हें यह क्यों नहीं बताया कि वह मुसलमान है? आदिल ने आतंकियों को आखिरी समय क्या कहा जिसके बाद आतंकवादियों ने आदिल की सीने में तीन गोलियां उतारी दी.

आदिल के परिवार वाले इस इंतजार में थे कि उसका बेटा शाम को कुछ पैसे लेकर आएगा. उसके साथ बाजार जाकर कुछ सामान खरीदेगा. लेकिन घर पर खबर पहुंची कि आदिल को आतंकियों ने मार दिया. इसके बाद चीख-पुकार मच गई.

मां को जब बताया गया कि वह आतंकियों के सामने खड़ा होकर उन्हें निहत्थे हिंदू मेहमानों पर गोली चलाने से रोक रहा था तो वह जोर-जोर से रोने लगी. उसने एके-47 अपने कब्जे में ले ली थी और उनसे कह रहा था कि इस्लाम बेगुनाहों को मारने की इजाजत नहीं देता, वे सभी मेहमान हैं, उन्हें अकेला छोड़ दो.

आदिल की मां ने यह भी बताया कि उनका बेटा परिवार का इकलौता कमाने वाला था, अगर वह आतंकियों के सामने कलमा पढ़ता और उन्हें निहत्थों पर गोली चलाने देता तो शायद उनका बेटा बच जाता, लेकिन उसने आतंकियों से आंख में आंख डालकर बात की. सैयद आदिल के परिवार को उसकी मौत का गम तो है ही, लेकिन उन्हें इस बात का भी गम है कि 27 बेटों की जान चली गई. पूरा कश्मीर और पूरा देश इसी गम में है.

जब कश्मीर में आतंकी हमला हुआ तो वहां के स्थानीय मुसलमानों का एक नया चेहरा भी देखने को मिला. जिसमें पर्यटकों के लिए घरों के दरवाजे खोल दिए गए, हर तरह की मदद की गई.  कोई पर्यटकों को कंधे पर उठाकर दौड़ता हुआ दिखाई दिया तो कोई उन्हें नाश्ता कराता हुआ दिखाई दिया. सड़क पर एक ही आवाज थी कि आतंकियों ने मेहमानों पर गोलियां चलाई हैं. उन आतंकियों को उनके हवाले कर दो, वो उन्हें इससे भी बुरी मौत देंगे, पाकिस्तान को बर्बाद कर देंगे. लंबे समय के बाद कश्मीर में पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे थे लेकिन पाकिस्तान को ये बर्दाश्त नहीं हुआ, वो नहीं चाहता कि भारत में कश्मीर शांत रहे.

कश्मीर का हर व्यक्ति बदला मांग रहा है. हर कश्मीरी मुसलमान आज कह रहा है कि उसने उनके बेटों को मारा है, उसने उनके सीने पर गोलियां चलाई हैं. भारत आज रो रहा है, हम इसका बदला लेंगे. उन्होंने यहां तक ​​मांग की है कि उसे चौराहे पर फांसी दी जाए और ऐसी कार्रवाई की जाए कि 100 पुस्त उसे याद रखें.

रिपोर्ट-समीर