रांची(RANCHI): झारखंड में रोजगार यानि पूरी जिंगदी की बर्बाद करना जैसा हो गया है. सरकारी नौकरी की उम्मीद में युवा घर छोड़ कर बड़े अरमान के साथ तैयारी करते है. महीनों घर की ओर नहीं देखते ह, और फिर आयोग नौकरी को लेकर विज्ञापन निकालता है. जिसके बाद फॉर्म और फिर परीक्षा. लेकिन विज्ञापन और फॉर्म तक एक लंबा समय निकल जाता है. बाद में अगर परीक्षा हुई तो उसमें भी पहले से नौकरी बिकने की बात सामने आती है. ऐसा ही हाल JSSC CGL परीक्षा का हुआ. 2014 में परीक्षा हुई लेकिन नया बवाल सामने आया. आयोग पर आरोप लगा की पेपर पहले ही बिक गया है.
आखिर में इस परीक्षा में कथित गड़बड़ी की जांच के लिए SIT बनाई गई. फिर जांच का जिम्मा सीआईडी को दे दिया. जिसमें लंबे समय के बाद यह बात सामने आई है कि JSSC CGL का पेपर 20 लाख तक बिका है. साथ ही नेपाल में इस प्रश्न पत्र को रटवाया गया. अब वह कौन लोग है जिन्होंने पूरे परीक्षा को सेट किया. पेपर बेच दिया. इसके बाद पैसा कहां तक गया. जब यह जांच होगा तो बड़ा खुलासा सामने आएगा. क्योंकि कोई आम व्यक्ति अकेले दम पर JSSC का पेपर लीक नहीं कर सकता है. इस मामले में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर सवाल उठाया है.
JSSC-CGL परीक्षा में अभ्यर्थियों से 20 लाख रुपये लेकर पेपर लीक कराने की पुष्टि अब सीआईडी ने भी कर दी है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) May 11, 2025
भारतीय जनता पार्टी ने शुरू से ही इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर सीटों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताई थी, लेकिन मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी ने हरसंभव प्रयास कर पेपर लीक और…
उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि “JSSC-CGL परीक्षा में अभ्यर्थियों से 20 लाख रुपये लेकर पेपर लीक कराने की पुष्टि अब सीआईडी ने भी कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने शुरू से ही इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर सीटों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताई थी, लेकिन मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी ने हर संभव प्रयास कर पेपर लीक और पैसों के लेन-देन को छिपाने की कोशिश की। लाखों छात्रों के लगातार संघर्ष और माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद अब अंततः उसी सीआईडी को पेपर लीक मामले के भेद उजागर करने पड़ रहे हैं, जो अब तक इससे इनकार कर रही थी। हालांकि कारवाई के नाम पर अब तक सिर्फ आईआरबी के आरोपी जवानों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि इस षड्यंत्र की जड़ें मुख्यमंत्री कार्यालय तक जुड़ी हुई हैं। राज्य सरकार तुरंत JSSC-CGL मामले की सीबीआई जांच का आदेश दे, ताकि हमारे झारखंड के गरीब, बेरोजगार युवाओं के भविष्य का सौदा करने वालों को सख्त सजा मिल सके।“
यही सवाल अब अभ्यर्थी भी पूछ रहे है. आखिर झारखंड में कब पूरा खेल रुकेगा और कब तक झारखंड में नौकरी बिकेगी. जिस तरह से हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है. इससे अभिभावक से लेकर छात्र सब चिंता में है.
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