टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-  पहलगाम में बेकसूर 22 सैलानियों को आतंकियों ने मार दिया. इसके बाद से ही भारत बौखलाया हुआ था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में खुलकर और गरज कर पूरी दुनिया को सजग औऱ सचेत कर दिया था कि आतंकवादियों को इस बार मिट्टी में मिला देंगे और कल्पना से भी परे सजा मिलेगी. उनकी इस दिलेरी भरे अंदाज औऱ बाते आखिरकर सच साबित हुई औऱ आतंकियों को उसके पनहगार मुल्क में ही मिट्टी में मिला दिया . इसके साथ ही उसके पालनहार मुल्क पाकिस्तान को भी उसकी असली औकात अच्छे से बात दी. 

ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के अड्डे को उजाड़ा 

प्रधानमंत्री मोदी अक्सर अपनी सभाओं में मोदी की गारंटी देते आए है. उनका अक्सर कहा जाता है कि ये मोदी की गारंटी है और ये होकर रहेगी. ऐसा ही कुछ इस बार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ देखा गया. भारतीय फौज ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दहशतगर्दों को उसकी जमीन पर ही मिट्टी में मिला दिया. इंसानियत के दुश्मन आंतकी संगठन जैश ए मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर के परिवार के दस सदस्यों का खात्म कर दिया. भारत की इस कार्रवाई से दुनिया भी दंग थी,क्योंकि पिछले दो दशक में ऐसा पहली बार दिखा कि भारत पाकिस्तान के घर में जाकर हमला किया. उसकी सारी हेकड़ी औऱ हिमाकत दिख गई. सबसे बड़ी बात ये रही कि दुनिया ने एक नये भारत को देखा, जिस पर आंखे दिखाने का अंजाम क्या हो सकता है. इस बार पाकिस्तान के खिलाफ देखने को मिल गया.  

झूठ की हेकड़ी दिखा रहा था पाकिस्तान 

इस जंग में तो पाकिस्तान की पोल पूरी तरह से खुल गयी. किस तरह आतंकियों को शरण देने वाला ये मुल्क  दुनिया के लिए खतरा है?. किस तरह वहां सेना सरकार चलाती है ? और किस तरह आतंकी के जनाजे में प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति और सेना अध्यक्ष शामिल होते हैं ?. इसकी तस्वीर भी साफ हो गयी . पाकिस्तान ने ड्रोन से भारत की सीमा पर बसे शहरों में हमले तो किया. लेकिन, इसका अंजाम उसे ऐसा भुगतना पड़ा की उसके होश फाख्ता हो गये. कर्ज के भरोसे अपनी गाड़ी खींच रहा पाकिस्तान ज्यादा दिन तक जंग के मैदान में टिक नहीं सकता था, उसे ये बात अच्छी तरीके से मालूम थी कि सिर्फ बयार बना के ही अपनी नाकामी छिपा सकता था . इस बार तो बड़ी मश्शकत से आईएमएफ से कर्ज लेने में कामयाब हो सका. भला उसका युद्ध लड़ना उसकी वजूद पर ही संकट ला देता. पाकिस्तान सिर्फ गीदड़भभकियां औऱ परमाणु हमले की धमकी ही देता रहा है. क्योंकि इसी के सहारे वह अपना झूठा दंभ दिखा सकता था. जबकि अंदर से तो खोखला, कमजोर,बेबस औऱ लाचार है. 

सीजफायर भारत की शानदार जीत है    

भारत ने जब सख्त रुख अपनाया औऱ ताबड़तोड़ हमले का आगाज किया पाकिस्तान सन्न रह गया. क्योंकि वह समझ गया है कि जंग में फंसा तो न घर के रहेगा औऱ न ही घाट के. अभी तक जितने भी जंग भारत से लड़े सभी में उसकी करारी हार हीं नहीं मिली, बल्कि बड़ी बदनामी भी इतिहास के पन्नों में दफन है. कश्मीर का राग अलपाते-अलापते पाकिस्तान 8 दशक से ज्यादा गुजर चुका है. लेकिन, रत्ती भर भी इसमे कामयाबी नहीं मिली. करगील युद्ध के बाद देखा जाए तो पाकिस्तान से खुलकर ये भिड़ंत हुई, बेशक जंग ने बड़ा रुप नहीं लिया. लेकिन भारत पाकिस्तान में घुसकर हमले किए. सीजफायर नहीं होता तो इतनी मिसाइल औऱ बम दागता कि गाजा की तरह पाक का शहर भी धुंआ-धुंआ हो जाता . लेकिन, एक तरह से भारत ने समझदारी दिखायी. भारत ने अपने शर्तों पर सीजफायर किया. सरकार की तरफ से एक बड़ा फैसला यह लिया गया कि कोई भी आतंकी कार्रवाई युद्ध मानी जाएगी. सरकार के इस निर्णय से लाजमी है कि आतंकवाद को खत्म करने में बड़ी सफलता मिलेगी. 

इस बार आतंकवाद पर सख्त रवैया 

भारत ने पाकिस्तान की मिट्टी पलीद उसके घर में ही करके पूरी दुनिया को दिखला दिया कि क्या ताकत,कुव्वत औऱ हस्ती रखती है. अब हिन्दुस्तान बदल चुका है, जो सिर्फ बोलता नहीं,बल्कि करके दिखा देता है. उसे अमेरिका औऱ रुस से पूछने की दरकार नहीं है. बल्कि अपना फैसला खुद लेता है. भारत आतंकी हमलों का सबसे ज्यादा जख्म झेला है. 2001 में संसद हमला, 2008 में मुंबई में आतंकी हमला, इसके बाद उरी , पुलवामा और पहलगाम में दहशतगर्दों ने मासूमों को मारा. हर बार तकरीबन चेतावानी देकर ही भारत ने छोड़ दिया . लेकिन, इस बार तो पाकिस्तान में घुसकर उस पर हमला किया . जो सख्त संदेश था कि अंजाम बेहद बुरा होगा औऱ नामोनिशान तक मिट जायेंगे 

इस युद्ध से पड़ोसियों को संदेश 

पाकिस्तान को जबरदस्त पटखनी देने के बाद भारत ने सख्त संदेश चीन, म्यंमार औऱ बांग्लादेश को भी दे दिया. जो समय-समय पर उछलते औऱ आंख दिखाते है. इस युद्धके जरिए भारत ने साफ संदेश दिया कि अगर किसी तरह की भी कोई हिमाकत करने की कोशिश की तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे . लाजामी है कि बांग्लादेश में शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने के बाद इस मुल्के ने भी भारत को आंख तरेरी थी. उधर सरहद पर चीन तो अपनी चालबाजियां करने से बाज नहीं आता. पाकिस्तान के खिलाफ भारत के एक्शन से चीन भी घबरा गया है. वह भी किसी तरह के नापाक कदम सीमा पर उठाने के लिए बार-बार सोचेगा. 
अगर देखा जाए तो आतंक का फन कुचलने के लिए भारत ने जिस तरह कसम खाई और संकल्प साधा. साथ ही अंजाम तक पहुंचाया . जो साफ-साफ दर्शाता औऱ दिखाता है कि एक शानदार जीत है. जो आतंक को मुंहतोड़ जवाब है.

रिपोर्ट- शिवपूजन सिंह