धनबाद (DHANBAD) - गोविंदपुर गोड़तोपा पंचायत के बस्तीपुर और महोबनी-2 पंचायत के बहादुरपुर गांव के पशुपालकों में हड़कंप मचा हुआ है. पिछले दो दिनों में मंगलवार और बुधवार को अज्ञात बीमारी से 8 मवेशियों की मौत हो गई. धान अधिप्राप्ति केंद्र का उद्घाटन करने बुधवार को बस्तीपुर गांव आए प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार के सामने ही एक पशु की मौत हो गई. पशुपालकों ने बताया कि पशु अचानक जमीन पर गिरकर छटपटाने लगता है और पेट फूल जाता है. जिससे एक से डेढ़ घंटे में उसकी मौत हो जाती है. मरने वाले पशुओं में गाय, बैल और बछड़ा शामिल हैं.
पेट फूलने पर पशुओं को दवा खिला देने की सलाह
बीडीओ ने तत्काल इसकी जांच करने का प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिन्हा को निर्देश दिया. उनकी पहल पर गुरुवार को जिला पशुपालन विभाग की एक टीम दोनों गांव पहुंची और पशुपालकों से बातचीत करते हुए पशुओं के मरने के कारणों की जानकारी ली. जिला पशु अस्पताल के पशु शल्य चिकित्सक डॉ. केके तिवारी और डॉ. सिद्दीक ने गांव के पशुओं की भी जांच की. लेकिन बीमारी का पता नहीं चला. कुछ लोगों ने जहरीली घास से पशुओं की मौत का कारण बताया. वहीं चिकित्सकों की टीम अब तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है. एहतियात के तौर पर पशुओं को मौत से बचाने के लिए पशुपालकों को दवा देते हुए पशु के पेट फूलने पर उन्हें तत्काल उस दवा को खिला देने की सलाह दी. डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि वो और टीओभी डॉ. श्रीनिवास मेहता एक सप्ताह तक नियमित रूप से गांव आकर पशुओं की देखरेख करेंगे और पशुओं की मौत होने पर ग्रामीण भी प्रखंड में इसकी सूचना देंगे. जांच टीम में कंपाउंडर राजू रजक भी शामिल थे. पशुपालक समरेश सिंह चौधरी, गोविंद महतो, अनाथ रजवार, रामू रजवार, हुसैन अंसारी, हजरत मियां, विकास सिंह चौधरी, संतराम सिंह चौधरी आदि मौजूद थे.
रिपोर्ट : सत्य भूषण सिंह, धनबाद
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