चतरा (CHATRA) - जिला के प्रतापपुर थाना क्षेत्र का एकघरा गांव झारखंड और बिहार के सीमा से सटा हुआ गांव है, इस गांव का सबसे बडी त्रासदी यह है कि बिहार से बहने वाली साध (बरखी) नदी पर आहार-बांध बना दिया गया है जिससे इस गांव में बरसात के दिनों में पूरा खेत डूब जाता है. साथ ही साथ कम से कम 20 से 25 परिवार के घरों में हमेशा पानी भरा रहता है
बांध बनने से परेशानी
बिहार सरकार के भूमि संरक्षण विभाग के द्वारा एकघरा गांव से सटे हुए बरखी नदी पर बड़ा बांध-आहार बनाया गया है. इसका दुष्परिणाम यह है कि बरसात के दिनों में एकघरा और इसके आसपास के कई गांव में नदी का पानी घुस जाता है.ग्रामीण इससे काफी परेशान हैं. गांव की महिलाओं का कहना है कि घरों में पानी घुस जाने से खाने-पीने का संकट हो गया है. नदी में एकाएक पानी छोड़े जाने के कारण घर में रखे हुए अनाज सड़ गए हैं. इस गांव के कई परिवारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई.
सरकार और जनप्रतिनिध भी खामोश
चूंकि मामला दो राज्यों के बीच का फंसा हुआ है इसीलिए इसका वर्षों से समाधान नहीं निकल पाया है और दोनों राज्य के बीच गांव के लोग बुरी तरह फंसे हुए हैं . झारखंड के सीमा से सटे इस गांव में गांव के दर्द को सुनने वाला आज कोई नहीं है. हालांकि पिछले कई वर्षों से संकट का सामना कर रहे हैं. इन ग्रामीणों के पास कोई विकल्प नहीं दिख रहा है. राज्य सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि को इसकी जानकारी भी दी गई है लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं निकल सका है.
रिपोर्ट : संतोष कुमार,चतरा.
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