देवघर(DEOGHAR)-गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे देवघर के एम्स उद्घाटन के बाद फौजदारी दरबार बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचे.जिसके बाद उन्होंने बाबा मंदिर के बाहर से ही महादेव का दर्शन किया.मौके पर उन्होंने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मंदिर पर आश्रित पंडा पुरोहित समाज, दूध बिक्रेता,  प्रसाद बेचने वाले और सभी व्यापारी वर्ग के लोग भाजपा के वोटर्स हैं. चूंकि इन लोगों के वोट से वर्तमान सरकार को कोई खासा फर्क नहीं पड़ता, इस कारण जान बुझ कर बाबा वैद्यनाथ धाम और बाबा बासुकीनाथ धाम के मंदिरों को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद करवा दिया गया है. इनका इरादा लोगों को कोरोना से नहीं अपितु भूख से मारना है.साथ ही उन्होंने बताया कि ये मामला न्यायालय में हैं और जिस दिन न्यायालय से मंदिर के पट खोलने का आदेश आएगा पट खोल दिए जायेंगे.

श्रावणी मेले पर आर्थिक रूप से आश्रित रहते हैं कई लोग.

कोरोना संकट के मध्य नज़र जिला प्रशासन द्वारा मंदिर में लोगों का प्रवेश वर्जित किया गया हैं. श्रावणी मेला पर दूसरे साल भी लगा कोरोना का ग्रहण.कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट पर हैं. साथ ही प्रशासन ने लगातार दूसरे साल भी श्रावणी मेले के आयोजन पर रोक लगाया.बता दें कि देवघर में श्रावणी मेला एक ऐसा मौका होता हैं जब मेले पर आर्थिक रूप से आश्रित लोग अच्छी कमाई करते हैं. इस एक महीने की कमाई से लोगों का साल भर भरण पोषण होता हैं. मेला नहीं लग पाने के कारण स्थानीय लोगों को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ा हैं. पूजा सामान विक्रेता से लेकर पंडा-पुजारी सभी इस से प्रभावित हुए हैं. ऐसे में आर्थिक तंगी के कारण लोग देवघर से पलायन करने पर मजबूर हो गए.

रिपोर्ट: सुतिब्रो गोस्वामी,दुमका/जरमुंडी