कोडरमा/गिरिडीह(KODERMA/GIRIDIH): झारखंड राज्य अतिरिक्त आंगनबाड़ी सेविका सह पोषण सखी कर्मचारी संघ के आह्वान पर कोडरमा और गिरिडीह की सेविकाओं ने समाहरणालय के समक्ष 5 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय भूख हड़ताल और धरना-प्रदर्शन किया. सेविकाओं ने बताया कि झारखंड के छह जिला गिरिडीह,  कोडरमा, चतरा, धनबाद, दुमका और गोड्डा जिले के सभी विधायक और डीसी को पूर्व में ही पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा गया है. मांग पत्र में पोषण सखी का मानदेय में बढ़ोतरी करते हुए न्यूनतम मजदूरी भुगतान करना, पोषण सखी का विभागीय नियमावली बनाना वर्ष, 2018 एवं 2019 में संपन्न हड़ताल का बकाया मानदेय का भुगतान करना, आंगनबाड़ी सेविका के समान बीमा एवं अवकाश की सुविधा देना, वरीयता के आधार पर उच्च पदों पर प्रोन्नति देना एवं ड्रेस कोड लागू करते हुए पूर्ण सरकारी सेवक घोषित करना आदि मांग किया गया है. पोषण सखी सोनी शर्मा ने कहा कि वेतन नहीं मिलने से सभी पोषण सखी काफी परेशान हैं, उन्होंने कहा कि दशहरा में वेतन मिलने की उम्मीद थी,  लेकिन वेतन नहीं मिला,  अब दीपावली और छठ पर्व आने वाला है, इसमें वेतन नहीं मिलेगा तो पर्व कैसे मनाएंगे.

गिरीडीह में भी पोषण सखी ने किया धरना प्रदर्शन

कोडरमा के अलावा गिरिडीह जिले में भी पोषण सखी कर्मचारी संघ ने जिला समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पोषण सखी के जिला अध्यक्ष सैबुन निशा ने कहा कि झारखंड की सरकार एंव केन्द्र सरकार द्वारा पोषण सखियों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है.  जिसके कारण आठ महीने से मानदेय का भुगतान लंबित रखा गया है, जो अमानवीय है. बाध्य होकर भुख हड़ताल से झारखंड सरकार एंव केन्द्र सरकार को स्पष्ट संकेत देना चाहते है कि जिस प्रकार सरकारी कार्य लिया जा रहा है उसी प्रकार ससमय मानदेय भुगतान करना सुनिश्चित करें अन्यथा जोरदार आन्दोलन किया जाएगा.

रिपोर्ट: संजय शर्मा(कोडरमा)/ दिनेश कुमार(गिरिडीह)