टीएनपी डेस्क: आजकल ज्यादातर बच्चों के माता-पिता दोनों वर्किंग होते हैं. ऐसे में बच्चों की पेरेंटिंग करते समय माता-पिता को विशेष ध्यान रखना पड़ता है. बच्चों की पेरेंटिंग करते समय कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना होता है. अगर आप इन बातों का ख्याल नहीं रखते हैं तो आगे आपका बच्चा जीवन भर संघर्ष करता रह सकता है. अपने बच्चों को जिम्मेदार और समझदार बनाने के लिए यह बहुत जरूरी है कि उसकी पेरेंटिंग सही तरीके से की जाए. बच्चों की परवरिश करना आसान तो नहीं होता और जब माता और पिता दोनों वर्किंग हो तब तो यह और भी ज्यादा चैलेंजिंग हो जाता है. ऐसे में बच्चों की पेरेंटिंग करते समय माता-पिता को पेशेंस, समझ और प्यार की जरूरत होती है. अच्छी पेरेंटिंग के लिए सबसे जरूरी बात है कि हम अपने बच्चों को किस तरीके से ट्रीट करते हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना करना चाहिए......
1. अपने बच्चों के साथ ज़्यादा से ज़्यादा टाइम स्पेंड करें
आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी और वर्किंग लाइफ में लोग अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं लेकिन अभी के समय में सबसे जरूरी चीज है कि आप अपने बच्चों के साथ टाइम स्पेंड करने की कोशिश जरूर करें. अपने वर्किंग टाइम के बाद अपने बच्चों के लिए समय निकालें. उसके साथ बैठे, उससे बातें करें, उसके साथ खेले, ऐसा करने से आपके बच्चे का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और आपके और आपके बच्चे के बीच का रिश्ता भी गहरा होगा.
2. गलती पर डाँटने की बजाय प्यार से समझाएं
दूसरी चीज यह है कि अगर आपके बच्चे गलती करते हैं तो उन्हें उनकी गलती पर तुरंत ना डांटे, डाँटने की बजाय उन्हें प्यार से समझाएं. इससे बच्चे पर पॉजिटिव इंपैक्ट पड़ेगा और वह अपनी गलतियों से सीख लेकर आसानी से उसमें सुधार करेगा.
3. घर के एनवायरनमेंट पर ध्यान दें
बच्चों के लिए उसके माता-पिता रोल मॉडल होते हैं ऐसे में यह भी जरूरी है कि आप अपने बच्चों के सामने अपने घर का माहौल किस तरीके का रखते हैं. अपने बच्चों के सामने कभी भी ऐसी कोई बातें या फिर लड़ाई झगड़ा ना करें जिससे आपके बच्चे भी वही चीज सीखें. बच्चे जैसा देखेंगे वह वैसा ही सीख जाते हैं. ऐसे में बच्चों को सीख देने से पहले खुद की आदतों में भी सुधार लाएं.
4. पॉजिटिव थिंकिंग की वैल्यू समझाएँ
एक और महत्वपूर्ण चीज यह है कि अपने बच्चों को हमेशा पॉजिटिव थिंकिंग के बारे में समझाएं. जीवन में कितनी भी मुश्किलें आ जाएं लेकिन खुद को पॉजिटिव कैसे रखना है यह बात समझना बेहद जरूरी है. क्योंकि बच्चे अगर पॉजिटिव थिंकिंग की वैल्यू समझेंगे तो किसी भी सिचुएशन में खुद को संभाल लेंगे और जीवन में किसी भी असफलता पर कभी हताश नहीं होंगे.
5. दूसरे बच्चों से ख़ुद के बच्चों की तुलना न करें
कभी भी अपने बच्चों का कंपैरिजन दूसरे बच्चे से ना करें. इससे बच्चों का कॉन्फिडेंस कम होता है. अपने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चे से करने के बजाय आपके बच्चे में जो खासियत है उसको पहचाने और उसे अप्रिशिएट करें.
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