देवघर (DEOGHAR): देवघर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति और सदर अस्पताल में लगातार सामने आ रही अनियमितताओं, भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के विरोध में आजसू पार्टी के देवघर जिला अध्यक्ष आदर्श लक्ष्य ने सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 (RTI) के तहत एक आवेदन देवघर के सिविल सर्जन कार्यालय में दायर किया है.

इस आरटीआई आवेदन के माध्यम से आदर्श लक्ष्य ने अस्पताल प्रशासन से निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी मांगी है,

1. दवाइयों की उपलब्धता:
सदर अस्पताल में वर्तमान में उपलब्ध सभी दवाइयों की सूची (नाम, मात्रा एवं कंपनी सहित).
ऐसी दवाइयों की सूची जो अस्पताल में उपलब्ध नहीं हैं और जिनके लिए मरीजों को बाहर से खरीदने के लिए कहा जाता है.

2. मुफ्त इलाज व शुल्क संबंधित जानकारी:
अस्पताल में कौन-कौन से विभागों में इलाज पूरी तरह निःशुल्क है.
किन सेवाओं में शुल्क लिया जाता है और उनकी दरें क्या हैं (जैसे एक्स-रे, पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड आदि).

3. चिकित्सा उपकरणों की स्थिति:
अस्पताल में उपलब्ध सभी चिकित्सा उपकरणों की सूची.
कौन-कौन सी मशीनें चालू हैं, कौन सी खराब हैं, और कितने समय से खराब पड़ी हैं.
जिन मशीनों का उपयोग नियमित नहीं हो रहा है, उनके कारणों का उल्लेख.

4. मानव संसाधन (स्टाफ विवरण):
स्वीकृत डॉक्टरों, नर्सों, लैब तकनीशियनों और अन्य कर्मचारियों की संख्या.
वर्तमान में कार्यरत कर्मियों की वास्तविक संख्या और रिक्त पदों का विवरण.

5. स्वास्थ्य योजनाओं का क्रियान्वयन:
अस्पताल में चल रही सरकारी और राज्य योजनाओं (जैसे आयुष्मान भारत, जननी सुरक्षा योजना आदि) की जानकारी.
पिछले एक वर्ष में इन योजनाओं से लाभान्वित मरीजों की संख्या.

6. सफाई व्यवस्था और अनुबंध:
अस्पताल में सफाई व्यवस्था किस एजेंसी या ठेकेदार के अधीन है.
अनुबंध की अवधि, भुगतान राशि और एजेंसी का नाम.

7. दवा खरीद प्रक्रिया:
पिछले एक वर्ष में अस्पताल द्वारा खरीदी गई दवाइयों, उपकरणों और सामग्रियों की कुल राशि.
खरीद की प्रक्रिया (टेंडर या प्रत्यक्ष क्रय) का विवरण.

8. मरीजों की संख्या और सुविधा:
पिछले छह महीनों में ओपीडी, इमरजेंसी और वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या.
मरीजों की शिकायतों और उनके समाधान से संबंधित रिकॉर्ड.

9. अस्पताल में रखरखाव की स्थिति:
भवन, वार्ड, शौचालय, पानी और बिजली की व्यवस्था की जानकारी.
पिछले एक वर्ष में हुए रखरखाव कार्यों का विवरण.

10. भ्रष्टाचार और अनियमितता की जांच:
अस्पताल के विरुद्ध पिछले तीन वर्षों में दर्ज शिकायतें और उन पर की गई कार्रवाई की जानकारी.

आदर्श लक्ष्य का बयान: “देवघर सदर अस्पताल में लंबे समय से मरीजों के शोषण, दवाओं की कालाबाज़ारी, मशीनों के बंद रहने और इलाज में लापरवाही की शिकायतें आ रही हैं. सरकारी अस्पतालों का उद्देश्य गरीब और आम जनता को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा देना है, लेकिन यहाँ स्थिति इसके विपरीत दिख रही है. जनता को यह जानने का अधिकार है कि सरकारी धन और संसाधनों का उपयोग कहाँ और कैसे हो रहा है.”

उन्होंने आगे कहा, “यदि मांगी गई जानकारी अधूरी या असंतोषजनक दी गई, तो मैं इसकी शिकायत राज्य सूचना आयोग तक करूंगा और ज़रूरत पड़ने पर जन आंदोलन के माध्यम से भी आवाज़ उठाई जाएगी.”

आदर्श लक्ष्य का यह कदम देवघर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण जनहित प्रयास माना जा रहा है.

रिपोर्ट: ऋतुराज सिन्हा