रांची(RANCHI): चौपाटी रेस्टोरेंट ओनर की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया. वहीं इस हत्या कांड को अंजाम देने वाले सभी आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस केस में सबसे चौकने वाला खुलासा भी सामने आया है. जिस हथियार से गोली मारी गई वह हथियार रांची पुलिस के एक निलम्बित सिपाही ने ही अभिषेक को दी थी.

दरअसल राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र में रविवार की रात अपराधी से एक बार फिर पुलिस की भिड़ंत हुई और जवाबी कार्रवाई में एक बार फिर पुलिस ने आरोपी के पैर में गोली मारी और घायल कर दिया. यह वही आरोपी है जिसने बिरयानी को लेकर धनतेरस की रात रेस्टुरेंट के ऑनर की हत्या की थी. हथियार झारखंड पुलिस के निलंबित सिपाही हरेंद्र सिंह के हैं. जो जमीन का अवैध कारोबार करता है और हथियार के बल पर जमीन पर कब्जा दिलाने का काम करता था. इसी के हथियार में से एक पिस्तौल से चौपाटी के ओनर विजय नाग की हत्या की गई थी. धनतेरस की रात अभिषेक सिंह ने चौपाटी रेस्टोरेंट से वेज बिरयानी का आर्डर किया था लेकिन उसे ऐसा लगा कि बिरयानी में नॉनवेज के कुछ टुकड़े हैं इसके बाद ऑनर के साथ कहा सुनी हुई और उसे गोली मार दी गई.

ग्रामीण एसपी प्रवीन पुष्कर ने बताया कि रांची एसएसपी को बीती रात चौपाटी के ओनर की हत्या के मुख्य आरोपी की जानकारी मिली कि वह अपने परिवार से मिलने के लिए लातेहार से रांची की तरफ आ रहा है और  फरार होने की योजना है. रांची एसएसपी ने तुरंत एक टीम का गठन किया और संबंधित इलाके में चेकिंग अभियान लगाया गया. इसी बीच रातू थाना प्रभारी ने जब एक गाड़ी को रोकना चाहा तो वह तेज रफ्तार से भागने लगा जिसका रातु थाने की टीम ने पीछा किया और दूसरे थाने की मदद से उसे चारों तरफ से घेर लिया गया. पुलिस से घिरता देख अभिषेक पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगा तभी जवाबी कार्रवाई में वह पुलिस की गोली से घायल हो गया.

इस पूरी केस में बिरयानी के अलावा जमीन का भी एक एंगल निकलकर सामने आ रहा है. जिसे लेकर पुलिस ने इस पहलू पर भी जांच शुरू कर दी है. लेकिन फिलहाल इस मामले में मुख्य आरोपी अभिषेक सहित आर्म्स सप्लायर निलंबित सिपाही हरेंद्र और उसके साथी प्रशांत  पुलिस के गिरफ्त में है