धनबाद(DHANBAD) : देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया और उसकी अनुषंगी इकाइयों में अधिकारियों को वित्तीय वर्ष समाप्ति के पहले ताबड़तोड़ प्रोन्नति मिल रही है. प्रोन्नति के साथ-साथ उनको दूसरी अनुषंगी कंपनी में स्थानांतरित भी किया जा रहा है. कोल इंडिया ने अभी 1225 अधिकारियों को सीनियर मैनेजर के पद पर प्रोन्नति दी है. इनमें से कई को दूसरी कंपनी में भी भेजा गया है. प्रमोशन के बाद तबादला किए गए अधिकारियों को वर्तमान कंपनी से विरमित होने के बाद संबंधित कंपनी के सीएमडी को रिपोर्ट करने को कहा गया है. जानकारी के अनुसार बीसीसीएल, सीसीएल व इसीएल समेत कोल इंडिया और अन्य अनुषंगी कंपनियों में पदस्थापित 1225 अधिकारियों को सीनियर मैनेजर के पद पर प्रमोशन दिया गया है. 

प्रमोशन पाने वालो में बीसीसीएल के 143 अधिकारी शामिल है 

इसमें बीसीसीएल के करीब 143 अधिकारी शामिल हैं. कोल इंडिया अधिकारी स्थापना विभाग के महाप्रबंधक (कार्मिक)  के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी कर दी गयी है. इसके मुताबिक 70 सिविल, 17 सीपी, 168 इ एंड एमएम, 16 इएंडटी, 11 पर्यावरण, 209 एक्सकैवेशन, 84 फाइनेंस, 19 जियोलॉजी, 2 हिंदी, 6 आइइ, 3 लीगल, 36 सेल्स एंड मार्केटिंग, 34 मेटेरियल मैनेजमेंट, 36 जीडीएमओ, 11 डीजीएमओ (स्पेशलिस्ट), 29 मेडिकल (स्पेशलिस्ट), 308 माइनिंग (फर्स्ट क्लास), 14 माइनिंग (सेकेंड क्लास), 113 पर्सनल, 5 सिक्यूरिटी, 19 सर्वे व 15 सिस्टम के अधिकारियों को इ-5 से इ-6 में प्रोन्नत  किया गया है. इन्हे   मैनेजर से सीनियर मैनेजर में पदोन्नति दी गयी है. साथ ही तबादला किये गये कई अधिकारियों का एक कंपनी से दूसरी कंपनी में तबादला भी कर दिया गया है.

कोल इंडिया ने पेंशन फंड की मजबूती के लिए भी निर्णय लिया है

इधर, कोल इंडिया ने पेंशन फंड की मजबूती के लिए भी निर्णय लिया है. अभी तक कोल इंडिया पेंशन फंड में ₹10 प्रति टन  के हिसाब से सहयोग दे रही थी. लेकिन अब₹20 प्रति टन का सहयोग करेगी. इसकी मंजूरी कोल इंडिया बोर्ड से मिल गई है. सिर्फ कोयला मंत्रालय की मंजूरी का इंतजार है. कोयला मंत्रालय से मंजूरी मिलते ही पेंशन फंड में प्रति टन ₹20 की राशि मिलनी शुरू हो जाएगी. सूत्रों के अनुसार सितंबर 2020 से कोल इंडिया ₹10 प्रति टन सहयोग राशि पेंशन फंड में देती आ रही है. लेकिन अब ₹20 प्रति टन देगी. इससे पेंशन फंड को निश्चित रूप से मजबूती मिलेगी. फिलहाल सीएमपीएफओ में पेंशन लेने वालों की संख्या अधिक है, जबकि पेंशन फंड में अंशदान करने वालों की संख्या लगातार घट रही है. कोल इंडिया पेंशन फंड में स्थिरता कायम करने के लिए अब लगातार प्रयास किये जा रहे है.

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो