टीएनपी डेस्क (TNP DESK): झारखंड की पहली आदिवासी राज्यपाल रहीं द्रौपदी मुर्मू भले एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी हैं, लेकिन उन्हें गैर-एनडीए दलों ने भी समर्थन देने की घोषणा की है. झारखंड में भी झामुमो के कई विधायकों ने अघोषित रूप से उनके नाम पर सहमति जताई है. लेकिन कांग्रेस का झुकाव यूपीए के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की ओर स्वभाविक तौर पर है. इस बीच कांग्रेस के नेता डॉ. अजय कुमार ने द्रौपदी मुर्मू पर एक बयान देकर हंगामा खड़ा कर दिया है.

जानिये अजय कुमार ने क्या कहा

एएनआई से बातचीत करते हुए अजय कुमार ने कहा है कि द्रौपदी मुर्मू को आदिवासियों का प्रतीक नहीं बनाया जाना चाहिए. द्रौपदी मुर्मू भारत के सबसे खराब दर्शन (ईविल फिलॉस्फी ऑफ इंडिया) का प्रतिनिधित्व करती हैं. भाजपा इनके माध्यम से आदिवासी कार्ड खेल रही है। वो प्रतीक की राजनीति कर रही है. दूसरी ओर इस समाज की स्थिति देश में बद से बदतर हो गई है.

रामनाथ कोविंद पर भी किया कटाक्ष

डॉ. अजय कुमार ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर भी कटाक्ष किये हैं. जब हाथरस में कांड हुआ, तो वह एक शब्द नहीं बोले.  प्रतीक बनाकर भारत के लोगों को बेवकूफ बनाना मोदी सरकार का काम है. उन्होंने दोहराया कि यह देश की आत्मा की लड़ाई है और समान विचारधारा वाले दलों को यशवंत सिन्हा को वोट करना चाहिए.