रांची (RANCHI) : नवरात्रि के चौथे दिन यानी कल (25 सितंबर) से रांची में पूजा पंडाल खुलने शुरू हो जाएंगे. ऐसे में भक्तों की भीड़ धीरे-धीरे बढ़ने लगेगी. पंचमी और षष्ठी के बाद यह भीड़ और बढ़ेगी, जिसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने यातायात प्रबंधन के लिए विशेष तैयारियां की हैं. दुर्गा पूजा के दौरान राजधानी में बनाए गए एक दर्जन से अधिक भव्य पूजा पंडालों तक श्रद्धालुओं की सुगमता से पहुंच सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस विशेष व्यवस्था कर रही है.

ट्रैफिर एसपी राकेश सिंह ने बताया कि राजधानी में यातायात मार्गों को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है. पूजा के दौरान यातायात प्रबंधन के लिए 1,100 जवान और 50 से अधिक अधिकारी तैनात किए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त, यातायात प्रबंधन के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए अतिरिक्त बल भी तैनात किए जाएंगे.

एसपी ने बताया कि शहर में जाम की स्थिति से बचने के लिए रूट निर्धारित किए जाएंगे. महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया जाएगा. जिला प्रशासन पूजा में खलल डालने वाले शरारती तत्वों पर कड़ी नज़र रख रहा है. उन्होंने आश्वासन दिया कि दुर्गा पूजा का महापर्व शांतिपूर्वक मनाया जाएगा. सौहार्द्र को भंग न होने देने के लिए सतर्कता ज़रूरी है. पूजा समिति के सभी सदस्य कड़ी निगरानी रखेंगे.

अष्टमी, नवमी और दशमी को भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए पदाधिकारियों को अपने कर्तव्य के अनुसार अलर्ट रहने को कहा गया. एसपी ने कहा कि दुर्गा पूजा पूरी तरह सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं. श्रद्धापूर्वक पूजा करें. शांति बनाए रखें. सोशल मीडिया या अन्य अफवाहों से बचें. किसी के बहकावे में न आएं. पूजा में बाधा उत्पन्न करने वाले या भ्रम फैलाने वालों से बचें.

ड्रॉप गेट तैयार, नो-एंट्री ज़ोन चिह्नित

यातायात अधीक्षक ने बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान पूरे शहर में 1,000 से ज़्यादा ड्रॉप गेट तैयार किए जा रहे हैं. पंडालों तक सुगम पहुँच सुनिश्चित करने के लिए नो-एंट्री गेट भी बनाए जा रहे हैं. यातायात कर्मियों के अलावा, ज़िला पुलिस के जवान भी वहाँ तैनात रहेंगे. भीड़ के बीच से वाहनों और आपातकालीन चिकित्सा वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए मार्ग के किनारे पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है. शहर में पंडालों के आसपास कई पार्किंग स्थल भी चिन्हित किए गए हैं और वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहाँ सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं.

यातायात कर्मियों की प्राथमिक भूमिका लोगों को जाम से राहत दिलाना और यातायात को सुचारू रूप से चलाना है, दुर्गा पूजा के दौरान यातायात कर्मियों को दोहरी ज़िम्मेदारी निभाने का निर्देश दिया गया है. यातायात कर्मियों और अधिकारियों को छेड़छाड़ और छीना-झपटी जैसी घटनाओं को रोकने के निर्देश दिए गए हैं. अगर स्थिति बिगड़ती है, तो वे तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करेंगे ताकि समय रहते स्थिति को रोका जा सके.

रूट चार्ट जारी किया जाएगा

यातायात अधीक्षक ने बताया कि शहर में प्रवेश करने वाले भारी वाहनों और छोटे चौपहिया वाहनों के लिए रूट चार्ट जारी किया जा रहा है. पुलिस कर्मियों को विशेष रूप से निर्देश दिए गए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि भारी वाहन शहर में प्रवेश न करें. बड़े वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंडाल से कुछ दूरी पर पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है, ताकि लोग पैदल माताजी के दर्शन आसानी से कर सकें.