टीएनपी डेस्क: गुमला जिले के कामडारा में एक वृद्ध की मौत हो गई. इसके बाद दो गज जमीन के लिए करीब छह घंटे का इंतजार करना पड़ा. परिजन शव को घर में ही रखे रहे. बाद में प्रशासन की मदद से शव को किसी तरह मसना स्थल तक पहुंचाया गया, जब जाकर वृद्ध को दो गज जमीन मयस्सर हो सकी.

आपको बताते चलें कि मंगल गोसाई की बीमारी से मौत हो गई. इसके बाद परिजनों को शव दफनाने के लिए छह घंटे तक बैठे रहना पड़ा. कारण यह था कि उनके मसना स्थल तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं बचा है. मसना स्थल चारों ओर से पक्के मकान और बाउंड्री से घिर चुका है. इससे शव को वहां तक ले जाना संभव नहीं हो पा रहा था. मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि मसना स्थल तक पहुंचने का पारंपरिक रास्ता अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया है. यह स्थल कामडारा ब्लॉक चौक के समीप स्थित है. जो अब घनी आबादी और स्टेडियम की बाउंड्री से घिर गया है. ऐसे में परिजन शव को घर में ही रखे रहे और प्रशासन से सहायता की अपील की. सूचना पर पुलिस व अंचल प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और पीछे के हिस्से से शव ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन वहां के लोगों ने अपने आंगन से शव ले जाने का विरोध किया. आखिरकार स्टेडियम के रास्ते से होकर बाउंड्री पार कर शव को मसना स्थल में दफनाया गया. इस प्रक्रिया में परिजनों और ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने अंचल प्रशासन से मांग की है कि मसना स्थल की मापी कर रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हो.