धनबाद (DHANBAD) : तो क्या झारखंड में गठबंधन टूट गया? क्या झामुमो कुछ घंटे बाद ही बिहार में अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगा? दूसरे चरण के नामांकन की आज अंतिम तिथि है. बिहार में दो चरण में ही वोटिंग हो रही  है. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होगी जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी और 14 नवंबर को रिजल्ट आएगा. जानकारी के अनुसार दोपहर 12:00 बजे तक झामुमो ने बिहार में अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं किया है, लेकिन बैठकों का दौर जारी है और संभावना है कि प्रत्याशियों की घोषणा झामुमो कर देगा. क्योंकि नामांकन की आज अंतिम तारीख है. 

बिहार में राजद ने 143 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है
 
इस बीच अभी सूचना मिल रही है कि बिहार में राजद ने अपने 143 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. फिर सवाल उठता है, तो क्या बिहार की वजह से झारखंड में गठबंधन टूट गया है ? क्या राजद कोटे के मंत्री पर पहले संकट आएगा? क्या कांग्रेस कोटे के मंत्री भी लपेटे में आएंगे.  

झारखंड में 34 सीट जित कर झामुमो सबसे बड़े दल के रूप में उभरा था 
  
2024 के विधानसभा चुनाव में झारखंड में दलीय स्थिति कुछ इस प्रकार है. झामुमो को 34, कांग्रेस को 16, राजद को चार, माले  को दो सीट मिली थी. जबकि भाजपा को 21, आजसू को एक, जदयू को एक, लोजपा को एक सीट मिली थी. जेएलकेएम को भी एक सीट पर सफलता मिली थी. इस दलीय आधार पर अगर कांग्रेस और राजद से झामुमो का गठबंधन टूटा, तो क्या होगा? इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है. बता दे कि  2019 के विधानसभा चुनाव में राजद को झारखंड में 7 सीट  दी गई थी. जिनमे एकमात्र विजय उम्मीदवार सत्यानंद भोक्ता को 5 साल तक कैबिनेट मंत्री बनाए रखा गया था.

 2024 के चुनाव में राजद को झारखंड में छह सीट दी थी 

2024 के चुनाव में राजद को 6 सीट  दी गई, जिनमें चार उम्मीदवार जीते. फिलहाल एक महत्वपूर्ण विभाग के साथ कैबिनेट के मंत्री राजद कोटे से है. आपको बता दें कि झारखंड में मिली सफलता के बाद झामुमो अपना विस्तार करने की लगातार कोशिश कर रहा है. वह बंगाल में भी चुनाव लड़ सकता है. बिहार में तो चुनाव लड़ने की उसकी तैयारी है ही. लेकिन गठबंधन से सीट नहीं मिलने की वजह से झारखंड मुक्ति मोर्चा किसी कड़े फैसले की ओर आगे बढ़ गया है. देखना दिलचस्प होगा कि आगे-आगे होता है क्या?

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो