रांची(RANCHI)झारखंड में अब एनआईए जज को धमकी दी गई है स्पीड पोस्ट के जरिए धमकी भरा पत्र कोर्ट में भेजा गया है इस मामले में अंजाम भुगतने के साथ-साथ जेल में बंद एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बस और उनकी पत्नी शीला मरांडी को जेल से छुड़ाने की बात कही गई है सीधे तौर पर जेल ब्रेक करने की धमकी दी गई है पत्र में बताया गया है कि एक माह के अंदर जेल ब्रेक कर प्रशांत बोस और शीला मरांडी को छुड़ा ले.जाएंगे इस धमकी के बाद रांची के कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस के मामले की जांच में जुटी है.

 

बताया जा रहा है कि जज को धमकी देते हुए कहा गया है कि शूटर को पैसा दे दिया गया है एक माह के अंदर जेल ब्रेक करने की भी चेतावनी है माओवादी शीर्ष कैडर को छुड़ा ले जाने की बात कही. स्पीड पोस्ट के जरीय पत्र भेजा गया है. पत्र में एक मोबाइल नंबर भी दिया गया है. बताया जा रहा है कि मोबाइल नंबर जिसका है उसकी भी जांच हो रही है और उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.  पोस्ट पोस्ट भेजने वाले व्यक्ति का नाम अनिल सिंह है. अनिल सिंह समेत पोस्ट भेजने वाले संस्थान के लोगों पर भी FiR किया गया है.

 

बता दे की झारखंड पुलिस ने 2021 में प्रशांत बस और शीला मरांडी को गिरफ्तार किया था इन पर एक करोड रुपए का इनाम है लंबे समय से पुलिस तलाश कर रही थी. लेकिन12 नवंबर 2021 को चांडिल इलाके से दोनों की गिरफ्तारी हुई थी दोनों इलाज करने के लिए अस्पताल पहुंचे थे इसके बाद पुलिस को सूचना मिली थी और जिसके आधार पर उनकी गिरफ्तारी हुई थी. प्रशांत बोस झारखंड बिहार पश्चिम बंगाल उड़ीसा छत्तीसगढ़ आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र में कुख्यात माओवादी शीर्ष के रूप में जाना जाता है.  इस पर 100 से अधिक मुकदमे दर्ज है साथी झारखंड के पारसनाथ से कोल्हान तक प्रशांत बॉस को माओवादी कैडर कई नाम से जानते थे