धनबाद (DHANBAD) : इस साल के मार्च महीने से लेकर अब तक झारखंड के तीन कुख्यात अपराधियों का पुलिस मुठभेड़ में खात्मा हुआ है. इसी साल 11 मार्च को गैंगस्टर अमन साव  पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. उसे पुलिस की टीम पूछताछ के लिए रायपुर जेल से रांची ला रही थी. बताया गया था कि इसी दौरान पुलिस की गाड़ी पलामू के चैनपुर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई.  मौका पाकर अमन साव  पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा.  इसके बाद पुलिस ने उस पर गोली चला दी.  जिसे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. उसके बाद झारखंड के दूसरे कुख्यात अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस मुठभेड़ में मारा  गया.  छोटू सिंह पर धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या कराने  का भी आरोप  है. 

इधर, झारखंड के संथालपरगना में सोमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में सूर्य नारायण हंसदा उर्फ सूर्या हंसदा की मौत हो गई. उस पर लगभग दो दर्जन मामले दर्ज थे. पुलिस का कहना है कि सूर्या को पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को देवघर के नवाडीह से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सूर्या ने बोआरीजोर थाना क्षेत्र स्थित एक पहाड़ी पर 10 -15 की संख्या में अपने दस्ते  के सदस्यों के छिपे होने और हथियार छुपा कर रखने की बात बताई. 

पुलिस की टीम उसकी निशानदेही पर दस्ते के अपराधियों की गिरफ्तारी और हथियार बरामदगी  के लिए रविवार रात में ही तलाशी अभियान शुरू किया. इसी दौरान पहाड़ के पास सूर्या हांसदा के दस्ते ने घात लगाकर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी मोर्चा संभाला तो मौका देखकर सूर्या ने एक पुलिस जवान की इंसास राइफल छिनी  और फायरिंग करते हुए भागने लगा. पुलिस टीम ने आत्मसुरक्षा जवाबी फायरिंग की.  करीब आधे घंटे तक मुठभेड़ चली. फायरिंग होने के बाद पुलिस टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, तो सूर्य हांसदा  का शव  पड़ा मिला. 

इसके अलावे मौके से अवैध हथियार और गोलियां भी बरामद की गई. सूर्य नारायण हांसदा  वर्ष 2005 में सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया. बोरियो  सीट से झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर 2009 और 2014 में विधानसभा का चुनाव लड़ा. लेकिन दोनों बार उसे हार मिली. 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गया. भाजपा ने उसे बोरिया सीट से टिकट दिया, लेकिन झामुमो के लोबिन हेंब्रम से वह चुनाव हार गया.  वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दोबारा सूर्यनारायण हांसदा को टिकट देने के बजाय लोबिन हेंब्रम को बोरियो  सीट से टिकट दिया. इससे  नाराज होकर उसने जयराम महतो के झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के टिकट से चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव हार गया. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो