धनबाद (DHANBAD) : दो दोस्तों के साथ, तीसरा भी था लेकिन "ब्लैक स्पॉट" पर पहुंचने के पहले ही कार से उतर गया था. जिस वजह से उसकी जान बच गई. इधर, धनबाद का कारोबार जगत दूसरे दिन भी सहमा हुआ है. शनिवार को धनबाद के दो बड़े कारोबारी के बेटों की सड़क दुर्घटना के मौत के बाद शोक की लहर है. शनिवार की सुबह राजगंज  सिक्स लेन के डोमनपुर  पेट्रोल पंप के पास सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत हो गई थी. इन लड़कों में रेमंड शोरूम के मालिक विशाल कृष्णानी के पुत्र साहिल एवं जोड़ा फाटक रोड निवासी मोटर पार्ट्स कारोबारी हरदयाल सिंह के पुत्र अनमोल रतन शामिल थे. दोनों अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे. उनके साथ तीसरा दोस्त भी था, लेकिन वह बच गया. मौत उस तक नहीं पहुंच पाई. पुलिस को दिए फर्द बयान में अनमोल रतन के पिता हरदयाल सिंह ने बताया कि उनका बेटा अपने दोस्त साहिल कृष्णानी के साथ उनकी कार i-20  लेकर निकला था. रात के 9:30 बजे दोनों निकल गए, एक और दोस्त को साथ लेना था. 

शुक्रवार को निकले और शनिवार को लाश पहुंची घर 
 
उसके बाद उनके मोबाइल पर सुबह फोन आया कि उनके लड़के का एक्सीडेंट हो गया है. अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि अनमोल और उसके दोस्त साहिल की मृत्यु हो गई है. साहिल और अनमोल दोनों दोस्त थे और कोलकाता में पढ़ते थे. रात में घूमने के लिए दोनों कार लेकर निकले. दोनों की दोस्ती काफी गहरी थी. घर से निकलने के बाद दो दोस्तों ने अपने तीसरे दोस्त को भी साथ लिया. तीसरा दोस्त जयप्रकाश नगर में रहता है. लेकिन रात गए उसके परिजनों ने जोर डालकर उसे वापस आने को कहा. क्योंकि सुबह शक्ति मंदिर में भोग अर्पण करना था. परिजनों के दबाव में दोनों दोस्त ने उसे सुबह-सुबह बरटांड़ लाकर छोड़ दिए और वापस राजगंज  की ओर चले गए. रास्ते में डोमनपुर  के पास यह  हादसा हो गया. कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी. कई बार कार पलटी भी खाई थी.  

200 से 250 फीट तक पलटती चली गई थी कार 

चालक ने अपना नियंत्रण खो बैठा और बीच सड़क पर यह 200 से 250 फीट तक पलटती चली गई.  इस दौरान वह डिवाइडर से टकराकर उछलकर एप्रोच रोड पर जाकर पेट्रोल पंप के ठीक सामने उलट गई.  कार  में सवार दोनों  कार  में फंस गए. लोगो और पुलिस के पहुंचने पर  कार  में फंसे युवकों को गेट काट  कर बाहर निकाला  गया. यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि शहर के युवाओं के बीच राजगंज-तोपचांची  सड़क तफरीह के लिए पहली पसंद बन गई है. दरअसल, राजगंज ओवर ब्रिज का दृश्य दिन में जितना मनमोहक होता है, रात में चमचमाती लाइट के बीच इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है, और भी कई बातें हैं, जो लड़कों को तफरीह के लिए आकर्षित करती है और इसी तफरीह के चक्कर में दो घरों के चिराग बुझ गए. घर वालों ने अगर दबाव नहीं डाला होता तो तीसरे साथी की भी मौत अवश्य संभावित थी. लेकिन घर वालों के दबाव से उसकी जान बच गई. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो