दुमका (DUMKA) : 1 सितंबर की देर रात्रि दुमका जिला के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के सुंदर फलन गांव में एक वृद्ध दंपति की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी जबकि उसकी दो बेटियों को भी घायल कर दिया गया था. हत्या का आप बड़ी बेटी के प्रेमी लोकेश मुर्मू पर लगा था. पुलिस ने इस हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए आरोपी लोकेश मुर्मू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

1 सितंबर की रात प्रेमी ने दिया था वारदात को अंजाम

2 सितंबर की सुबह हत्या की सूचना शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस को मिली थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की. हत्याकांड के उद्भेदन के लिए एसडीपीओ विजय कुमार महतो के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था.  गुप्त सूचना के आधार पर दुमका पुलिस ने पाकुड़ से आरोपी लोकेश मुर्मू को गिरफ्तार कर लिया. वह अपने रिश्तेदार के घर पर छिपा था.

दिव्यांग लोकेश के साथ अपनी बेटी की शादी नहीं होने दे रहे थे दंपत्ति

आज गुरुवार को दुमका एसपी के आवासीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी पीतांबर सिंह खरवार ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दंपति अपनी बड़ी बेटी की शादी लोकेश से नहीं होने दे रहे थे. माता पिता किसी दिव्यांग व्यक्ति के हाथ में अपनी बेटी का हाथ भला कैसे दे सकते है. बेटी हीरामनी हेंब्रम ने माता पिता की बात मानते हुए लोकेश से बात करना बंद कर दी थी. इसी आक्रोश में आकर उसने घटना को अंजाम दिया.

फेसबुक के माध्यम से हुई थी लोकेश और हीरामनी की दोस्ती

एसपी ने बताया कि फेसबुक के माध्यम से हीरामनी हेंब्रम और लोकेश की दोस्ती हुई थी. दोस्ती धीरे धीरे प्यार में बदल गया. उस समय तक लड़की और उसके परिवार वालों को पता नहीं था कि लोकेश एक हाथ से दिव्यांग है.

हीरामनी को बाद में पता चला कि लोकेश दिव्यांग है

घटना के बाद हीरामनी ने बयान दिया था कि शुरुआत में उसे भी पता नहीं था कि लड़का दिव्यांग है. हीरामनी को इसकी जानकारी तब हुए जब वह लड़का के घर गई और कुछ दिनों तक वहां रही. लोकेश जब हीरामनी को छोड़ने उसके घर पहुंचा तो हीरामनी के माता पिता को इसकी जानकारी हुई. उसके बाद हीरामनी के माता पिता ने लोकेश के साथ अपनी बेटी की शादी से साफ इनकार कर दिया.

फेसबुकिया प्यार में तबाह हुआ दो परिवार

इस तरह देखें तो फेसबुकिया प्यार के चक्कर में न केवल दो परिवार तबाह हो गया बल्कि हीरामनी के माता पिता की हत्या भी हो गई. हीरामनी और उसकी छोटी बहन अभी भी फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाजरत है. माता पिता का साया सर से उठने के बाद दोनों बहने अनाथ हो चुकी है. दूसरी तरफ प्यार ने अंधा होकर लोकेश ने जघन्य अपराध कर डाला और अब वह सलाखों के पीछे पहुंच चुका है.