धनबाद (DHANBAD) : धनबाद के बहुचर्चित नीरज सिंह हत्याकांड की कोर्ट में सुनवाई चल रही है. हत्याकांड के आरोपियों ने न्यायालय में आवेदन देकर सीआईडी के तत्कालीन एडीजी अजय कुमार सिंह एवं कोयला क्षेत्र के तत्कालीन डीआईजी साकेत कुमार सिंह को गवाही के लिए बुलाने की प्रार्थना की है. इस मामले में सुनवाई की तिथि 7 जुलाई को निर्धारित की गई है. नीरज सिंह हत्याकांड की सुनवाई जिला एवं सत्र न्यायाधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी की अदालत में शनिवार को हुई. इस दौरान आरोपी कुर्बान अली, चंदन सिंह, विनोद सिंह, सागर सिंह, धनजी सिंह सहित अन्य ने आवेदन देकर सीआईडी के तत्कालीन एडीजी अजय कुमार सिंह एवं कोयला क्षेत्र के तत्कालीन डीआईजी साकेत कुमार सिंह को गवाही के लिए बुलाने की प्रार्थना की है. 

तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश पर एसआईटी गठित हुई थी 
 
आवेदन में कहा गया है कि घटना के दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश पर मामले की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की गई थी. इसका नेतृत्व तत्कालीन एडीजी (सीआईडी) अजय कुमार सिंह कर रहे थे.  अजय कुमार सिंह व डीआईजी साकेत कुमार सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया था.  घटनास्थल से कई साक्ष्य एकत्रित किए थे. आवेदन में कहा गया है कि मामले के अनुसंधानकर्ता  ने एडीजी व डीआईजी को गवाह नहीं बनाया है. ना ही, उनके द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्य को कोर्ट के समक्ष लाया है. आवेदन में कहा गया है कि एडीजी और डीआईजी धनबाद से चले गए. 

अधिकारियों के जाने के अगले दिन ही संजीव सिंह की गिरफ्तारी हुई थी 

इसके दूसरे दिन ही धनबाद पुलिस ने  संजीव सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. इसलिए दोनों की गवाही इस मामले में जरूरी है. इसका विरोध अभियोजन की ओर से अपर लोक अभियोजक सत्येंद्र कुमार राय ने किया और प्रति उत्तर दायर  करने की बात कही. अदालत ने सुनवाई  के लिए 7 जुलाई की तारीख निर्धारित की  है. बता दें कि 21 मार्च 2017 को धनबाद के सरायढेला, स्टील गेट में नीरज सिंह, उनके पीए अशोक यादव, ड्राइवर घल्टू  महतो और अंगरक्षक मुन्ना तिवारी की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में उनके चचेरे भाई पूर्व विधायक संजीव सिंह अभी भी जेल में है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो