देवघर ( DEOGHAR) -  एम्स में मरीजों की सुरक्षा को लेकर सवाल खडे़ होने लगे हैं. सुरक्षा में तैनात isi और sss के सुरक्षा कर्मियों के बीच आपस में ही जमकर मारपीट हुई, एम्स परिसर में भगदड़ मच गई, जिसमें एक बच्चा घायल हो गया जबकि लाइन में लगे दर्जनों लोगों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी. दरअसल अपने चहेते को लाइन में लगाने को लेकर दोनों सुरक्षा कंपनी के गार्ड  आपस में ही उलझ गए और मारपीट करने लगे. गौरतलब है कि  पिछले माह की 25 तारीख से एम्स ओपीडी में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा परामर्श के लिए  लोगों की भीड़ उमड़ रही है.       

एम्स प्रबंधन की लचर व्यवस्था के कारण हुई घटना

पिछले माह की 25 तारीख से देवघर ऐम्स में ओपीडी सेवा की शुरुआत की गई है।पहले ही दिन से यहाँ मरीजों और उनके परिजनों की भीड़ जुटने लगी है।भीड़ को देखते हुए हाल ही एम्स प्रबंधन ने प्रतिदिन 200 मरीजों की जगह 400 मरीजों का निबंधन करने का निर्णय लिया है. निबंधन के लिए लोगों को व्यवस्थित तरीके से लाइन लगाने निजी सुरक्षा गार्डों की तैनाती की गई है. लेकिन व्यवस्था बनाने की जगह ये सुरक्षा कर्मी आपस में ही भीड़ गए. दरअसल यहां दो निजी कंपनी के सुरक्षा गार्ड को व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है. आई एस आई और ट्रिपल एस. लेकिन अपने मरीजों को लाइन में आगे करने और उन्हें गलत तरीके से निबंधन की सुविधा देने के सवाल पर दोनों निजी कंपनी के सुरक्षा गार्ड आपस में भीड़ गए. देखते ही देखते दोनों सुरक्षा गार्डों के बीच जम कर मारपीट शुरू हो गई।भगदड़ मचने से एक बच्चा घायल हो गया जबकि लाइन में लगे कई लोगों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी।जो भी हो ऐम्स प्रबंधन लगातार भीड़ नियंत्रण में विफल साबित हो रहा है.