TNP DESK- महागठबंधन में सीएम चेहरा घोषित होने के बाद जहां तेजस्वी यादव का उत्साह चरम पर है, वही एक पोस्टर  से बिहार की सियासत गरमा गई है.  जानकारी के अनुसार पटना की सड़कों पर तेजस्वी यादव को नायक बताने वाला पोस्टर लगाए गए है.  इस पोस्टर  के लगने के बाद भाजपा और जदयू ने  तीखी प्रतिक्रिया दी है.  लालू प्रसाद यादव को भी घेरा गया  है.  उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का कहना है कि जिसके पिता खलनायक हैं, वह नायक कैसे हो सकता है.?  लालू प्रसाद यादव बिहार के गब्बर सिंह है.  कई मामलों के आरोपी हैं, कोर्ट से सजाया  होने की वजह से वह चुनाव नहीं लड़ सकते है. 

क्यों कहा जा रहा है कि ऐसे व्यक्ति को नायक बताना शर्म की बात है
 
तेजस्वी यादव पर भी आरोप गठित हो गया है.  ऐसे व्यक्ति को नायक बताना शर्म की बात है.  जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के पोस्टर  पर कहा है कि 420 का अभियुक्त क्या नायक बनेगा? इन लोगों ने नायक शब्द को भी अपमानित कर दिया है.  उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव की राजनीति की उपज है तेजस्वी यादव.  दरअसल, तेजस्वी यादव महागठबंधन के चेहरा हैं और उन्हीं के चेहरे पर महागठबंधन चुनाव लड़ रहा है.  लंबे इंतजार के बाद तेजस्वी यादव महागठबंधन का सीएम उम्मीदवार खुद को घोषित करवाने में सफल रहे. 

महागठबंधन में सीएम  फेस की घोषणा के पहले खूब हुआ विवाद 
 
दरअसल, महागठबंधन में सीएम  फेस को लेकर विवाद जब बढ़ गया, तो कांग्रेस राजद  के निशाने पर आ गए.  फिर कांग्रेस ने अपने सबसे भरोसेमंद दूत  अशोक गहलोत को पटना भेजा.  उसके बाद संयुक्त  प्रेस वार्ता में तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम  फेस घोषित किया गया.  उसके बाद तेजस्वी यादव विपक्षी नेताओं के निशाने पर है.  दरअसल, बिहार का चुनाव छठ महापर्व के मौके पर भी उफान  पर है.  प्रधानमंत्री हो, गृह मंत्री हो, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अथवा महागठबंधन के नेता, सभी प्रचार अभियान में कूद पड़े है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो