Bihar Politics: बिहार में अजब -गजब खेल हो रहा है. आखिर खेल हो  भी क्यों नहीं.  बिहार में विधानसभा का चुनाव भी तो सामने खड़ा है.  ऐसे में किसी भी महत्वाकांक्षी योजना को लपकने में कोई विलंब नहीं कर रहा है.  वैसे, तो बिहार में महागठबंधन के दो प्रमुख दलों  के बीच हल्की ही सही ,लेकिन खींचतान  चल रही है.  इसी खींचतान के बीच कांग्रेस ने बिहार चुनाव को देखते हुए अपनी तरफ से माई -बहिन  सम्मान  योजना का वादा करते हुए पंजीयन के लिए एक हेल्प लाइन नंबर भी जारी कर दिया है.  आपको याद होगा कि दूसरे प्रमुख घटक राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव दिसंबर 2024 में ही माई -बहिन  मान  योजना का ऐलान कर दिया था.  कह दिया था कि उनकी सरकार बनने पर महिलाओं को हर महीने 2500 सहायता राशि दी जाएगी. लेकिन कांग्रेस ने ठीक उसी योजना को अपनी बताकर बुधवार को  जारी कर दिया है. 

महागठबंधन के दो बड़े दलों  में हो सकता है टकराव 
 
इससे यह तो अंदाज लगाया ही जा सकता है कि महागठबंधन के दो बड़े दलों के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है.  बुधवार को बिहार कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका  लांबा  ने कहा कि कांग्रेस शासित कर्नाटक में इस तरह की योजना चल रही है.  उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सिर्फ वादा करती है, लेकिन कांग्रेस वादा पूरा करती है.  कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स  पर पोस्ट कर कहा है कि कर्नाटक के अलावा हिमाचल प्रदेश और झारखंड में भी इस तरह की योजना चल रही है. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, जबकि झारखंड में वह हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली सरकार में शामिल है.  महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने माई बहिन  मान  योजना के लिए एक हेल्प नंबर लाइन भी जारी कर दिया.  

कांग्रेस ने जारी कर दिया हेल्प लाइन नंबर 

जिस पर बिहार की महिलाएं मिस्ड कॉल कर योजना के लिए अभी से ही अपना पंजीयन करा  सकती है.  लेकिन योजना का लाभ तभी मिलेगा, जब सरकार बनेगी.  बता दे कि  झारखंड में भी 2024 विधानसभा चुनाव होने के पहले महिलाओं को ₹1000 की आर्थिक सहायता मिल रही थी.  लेकिन हेमंत सोरेन ने घोषणा की थी कि अगर सरकार रिपीट हुई तो हर महीने 2500  की आर्थिक मदद मिलेगी.  सरकार रिपीट होने के बाद उन्होंने इसका भुगतान भी शुरू करा  दिया,  अब बिहार में इसी पैटर्न पर काम हो रहा है.  लेकिन राजद  और कांग्रेस एक ही योजना को लेकर आगे बढ़ रहे है.  आगे इसे  लेकर टकराव भी हो सकता है.  देखना दिलचस्प होगा कि आगे आगे होता है क्या---?

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो