टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : मध्य प्रदेश की राजधानी इंदौर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक बंद कमरे में 24 ट्रांसजेंडरों ने एक साथ फिनाइल पी लिया. मामला नंदलालपुरा इलाके का है, जहां किन्नरों ने सामुहिक रूप से आत्महत्या की कोशिश की. वहीं चार ट्रांसजेंडरों ने एमवाय अस्पताल के बाहर खुद पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या का प्रयास किया. इस घटना से पूरे शहर में हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बोतलें छीन लीं. फिनाइल पीने वाले सभी ट्रांसजेंडरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि अब उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

घटना के पीछे असली वजह क्या है?

एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि शुरुआती जाँच में फिनाइल पीने की बात सामने आई है. नंदलालपुरा और एमआर-10 इलाके में ट्रांसजेंडर समूहों (पायल गुरु और सपना हाजी) के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था. पंढरीनाथ पुलिस के मुताबिक, इसी विवाद का फायदा उठाकर कथित पत्रकार पंकज और उसके साथी अक्षय ने एक समूह से संपर्क किया. उन्होंने खुद को पत्रकार बताते हुए उन्हें बदनाम करने की धमकी दी और पैसे की मांग शुरू कर दी.

जब उसने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो आरोपी पंकज एक ट्रांसजेंडर महिला को जबरन एक इमारत में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया. उसने पुलिस में शिकायत करने पर उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने की धमकी भी दी. इस उत्पीड़न से तंग आकर, एक समूह की दो दर्जन (24) ट्रांसजेंडर महिलाओं ने अपनी जान देने की कोशिश में फिनाइल पी लिया. जब उनकी साथी ट्रांसजेंडर महिलाएं लौटीं, तो अफरा-तफरी मच गई.

तबीयत बिगड़ने की खबर सुनकर साथी ट्रांसजेंडर महिलाएं जवाहर मार्ग पर लेट गईं, सड़क जाम कर दी और सपना हाजी के खिलाफ नारेबाजी की. पंढरीनाथ थाने से शिकायत मिलने के बाद  संयोगितागंज थाने में ट्रांसजेंडर महिलाओं, राजा हाशमी, कथित पत्रकार पंकज जय और अक्षय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.