दुमका (DUMKA):  पिछले कुछ दिनों से झारखंड के अलग अलग हिस्सों में रुक रुक कर वर्षा हो रही है. चंद घंटों के वर्षा में ही पहाड़ी नदी अपना रौद्र रूप दिखा देती है. बारिश के बीच बड़ी खबर गोड्डा जिला से आ रही है, जहां बकरी चराने गए एक व्यक्ति और एक किशोर बाढ़ में बह गए. गनीमत रही कि संकट की इस घड़ी में दोनों ने खजूर के पेड़ के सहारे अभी तक अपने आप को सुरक्षित रखे हुए है. ग्रामीण द्वारा रेस्क्यू किया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पथरगामा थाना की पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है.

 हरना नदी में आई बाढ़, बकरी चरा रहे वृद्ध और किशोर ने खजूर पेड़ के सहारे बचाई जान

जानकारी के अनुसार गोड्डा जिला में आज सुबह से लगातार हो रही बारिश के चलते हरना नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिसमें एक किशोर और एक बुजुर्ग बह गए. घटना पथरगामा थाना के विशाहा गांव के पास हरना नदी की बताई जा रही है. 14 वर्षीय राहुल कुमार और 50 वर्षीय बाबूलाल टुडू, दोनों भगवान चक गांव के रहने वाले हैं. दोनों हरना नदी के किनारे बकरी चरा रहे थे, तभी नदी में अचानक पानी का तेज बहाव आ गया. जब तक दोनों कुछ समझते तब तक बाढ़ का पानी चारों तरफ से घेर लिया और दोनों पानी के तेज बहाव में बहते हुए बीच नदी तक पहुंच गए. संकट की इस घड़ी में दोनों ने खजूर पेड़ का सहारा लिया। दोनों ने पेड़ का सहारा लेकर अपनी जान तो बचा ली लेकिन अभी भी फंसे हुए है.

रस्सी के सहारे ग्रामीण चला रहे है रेस्क्यू ऑपरेशन

यह घटना जंगल में आग की तरह फैल गई। भागे भागे दोनों के परिजन नदी किनारे पहुंचे. स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई. मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों ने दोनों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया जो अब तक जारी है. ग्रामीण रस्सी और अन्य संसाधनों के सहारे दोनों को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रहे हैं. 

रेस्क्यू टीम पहुंची पीड़ित के पास लेकिन पानी का रौद्र रूप देख कर रस्सी के सहारे बाहर निकलने का साहस नहीं जुटा पा रहे पीड़ित

रेस्क्यू टीम पीड़ित तक पहुंच चुकी है लेकिन कहा जा रहा है कि बाढ़ का रौद्र रूप देख कर दोनों पानी ने निकलने का साहस नहीं जुटा पा रहे है. घटनास्थल का दृश्य काफी भयावह है, लेकिन ग्रामीणों की हिम्मत और जज्बे से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा.

पुलिस बनी मूकदर्शक, प्रशासन को करनी चाहिए पहल

सूचना पर पथरगामा थाना की पुलिस मौके पर जरूर पहुंच चुकी है, लेकिन मूक दर्शक बनी हुई है. भगवान चक निवासी गुलशन कुमार ने बताया कि यह घटना शाम 3 बजे की है। उस समय से लगातार पुलिस को इसकी सूचना दी गई, लेकिन पुलिस डेढ़ घंटे बाद पहुंची है. स्थानीय ग्रामीण ही दोनों को निकालने में जुटे हुए हैं लेकिन फिलहाल बच्चे और बुजुर्ग इतने डरे हुए हैं की रस्सी के सहारे निकालने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं. जरूरत है जिला प्रशासन को पहल करने की, ताकि दोनों को सुरक्षित निकाला जा सके.

रिपोर्ट: पंचम झा