पटना(PATNA): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में शिरकत करने मंगलवार शाम को पटना पहुंचे थे. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई बड़े नेता भी मौजूद थे. इसी बीच मंच पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पहुंचे थे. स्मृति स्तंभ के उद्घाटन के बाद सभा का आयोजन किया गया.  इसके बाद भाषण देने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बुलाया गया.  लेकिन इस दौरान जब तेजस्वी भाषण देने पहुंचे तो लिखे हुए भाषण में कई बार अटक-अटक के पढ़ते नजर आये. 4 मिनट के भाषण में वह करीब 5 बार अटके. इसमें उन्होंने स्कूल ऑफ डेमोक्रेसी की मांग की.  उनके चेहरे पर तनाव भी साफ दिख रहा था. उन्होंने मंच से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग भी कर दी.  

सही से हिंदी नहीं पढ़ पाने के कारन अब सोशल मीडिया पर यूजर्स उनकी क्लॉस लगा रहे हैं. अब इस बात को लेकर लालू के लाल की फजीहत हो रही है. सोशल मीडिया पर लोग लगातार कमेंट कर रहे हैं. साथ ही तेजस्वी पर काफी मिम्स भी बना रहे हैं. 

इन लाइनों में तेजस्वी अटक गए

• समाज के हर वर्ग की आबादी के अनुसार, भागीदारी और हिस्सेदारी से ही लोकतंत्र समृद्ध और समावेशी होगा.

• अतः मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि School of Democracy & Legislative Studies जैसी एक संस्था बिहार में स्थापित हो.

• इसी प्रांगण में हम जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की आदमकद प्रतिमा के बगल में बैठे हैं.