छपरा(CHAPRA): राज्य सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के चाहे जो भी दावे करे लेकिन सारण जिला के ग्रामीण इलाकों में आज भी एंबुलेंस नहीं ठेला पर ही सिस्टम चलता है. आए दिन स्वास्थ्य विभाग की बदहाली पर सवाल खड़ा होता है. स्वास्थ्य विभाग के दावे और हकीकत में कितना फर्क है ये आप तस्वीर में देख सकते हैं.

छपरा के तरैया चंचलिया में एक वृद्ध व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल हो गए. अस्पताल लाने के लिए लोगों ने जब एंबुलेंस को फोन किया तो एंबुलेंस चालक ने 1 घंटे में आने की बात कही. वहीं जान बचाने की दूसरी जुगाड़ ना देख करारी धूप में छतरी लेकर लोगों ने घायल मरीज को ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचाया. परिजनों का दावा है कि कॉल करने के बाद भी एंबुलेंस समय से नहीं पहुंची. जिसके बाद परिजनों ने जुगाड़ गाड़ी का सहारा कर उसे अस्पताल पहुंचाया. हालांकि यह कोई नई बात नहीं हैं. राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर इसलिए आए दिन सवाल खड़े होते हैं.