पटना (PATNA): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गया जिला के बेलागंज स्थित पड़ाव मैदान में कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पितृपक्ष मेला-2025 की तैयारियों को देखने तथा प्रगति यात्रा की योजनाओं के स्थल भ्रमण एवं शिलान्यास के लिए गयाजी आने और आपसे बातचीत करने का अवसर मिला है. यह खुशी की बात है कि इस कार्यकर्ता संवाद में आप सब लोग उपस्थित हैं. पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया था. जब 24 नवंबर, 2005 को एनडीए की सरकार बनी, तब से हम बिहार के विकास में लगातार लगे हुए हैं और राज्य में कानून का राज स्थापित हुआ है. शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है. बड़े पैमाने पर सड़क, पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है. सात निश्चय योजना के तहत हर घर तक बिजली, नल का जल, शौचालय और पक्की सड़क पहुंचाई गई है. वर्ष 2020 में युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरियां और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य तय किया गया था. अब तक 10 लाख नौकरियां और 39 लाख रोजगार दिए जा चुके हैं. चुनाव से पहले 50 लाख से अधिक रोजगार और नौकरियां दी जाएंगी. अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का बजट तेजी से बढ़ा है. वर्ष 2005-06 में बजट 28 हजार करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 3 लाख 16 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. हाल ही में पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दी गई है, जिससे 1 करोड़ 12 लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं. 2018 में हर घर तक बिजली पहुंचाई गई. अब लगभग सभी घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली मुफ्त दी जा रही है. सरकार इच्छुक लोगों के घरों पर सोलर पैनल भी लगाएगी. महिलाओं के रोजगार के लिए ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ शुरू की गई है. इसके तहत हर घर की एक महिला को 10 हजार रुपये दिए जाएंगे और सफल व्यवसाय पर 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी.

बिहार में नए उद्योगों के लिए मुफ्त जमीन और विशेष सहायता दी जाएगी. केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार को सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन और बाढ़ नियंत्रण के लिए विशेष आर्थिक सहायता मिली है. फरवरी 2025 के बजट में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट और पश्चिमी कोसी नहर के लिए फंड की घोषणा की गई है. खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन इस बार बिहार में हुआ, जो गौरव की बात है.

गया जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, महिला आईटीआई, जीएनएम संस्थान और पारा मेडिकल संस्थान स्थापित किए गए हैं. कर्पूरी ठाकुर छात्रावास, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग आवासीय विद्यालयों का निर्माण हुआ है. पटना-गया राष्ट्रीय मार्ग और गया-राजगीर पथ का चौड़ीकरण किया गया है. गयाजी में रबर डैम और सीता-सेतु का निर्माण हुआ है. बेलागंज क्षेत्र में 166 ग्रामीण सड़कें, 4 पुल और कई सिंचाई परियोजनाएं पूरी की गई हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी तबकों का विकास किया गया है. मुस्लिम समुदाय के लिए मदरसों को मान्यता दी गई और शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन दिया गया है. 2006 से कब्रिस्तानों की घेराबंदी और 2016 से पुराने मंदिरों की घेराबंदी कराई जा रही है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूरी तरह सक्रिय रहने और लोगों को विकास की जानकारी देने का आग्रह किया.