पटना(PATNA): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह सोच कर एनडीए गठबंधन से अपने आपको अलग किया था कि उन्हें महागठबंधन में सुकून से सरकार चलाने को मिलेगा. इस महागठबंधन के सरकार के अभी 10 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने आए दिन कोई ना कोई समस्या मुंह बाए खड़ी दिख रही है. पहले आरजेडी के मंत्रियों पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप से अभी मुख्यमंत्री उबरे भी नहीं हैं कि खुद उन्हीं की पार्टी के विधायक ने उन्हीं के मंत्री के ऊपर सवाल खड़े कर दिए. नीतीश कुमार ने साफ शब्दों में अपने विधायिका को समझा दिया कि आखिर उनकी हैसियत क्या है.

कांग्रेस को दो की जगह 4 मंत्री पद चाहिए 

मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब महागठबंधन की सरकार में अपनी अहम भूमिका निभा रही कांग्रेस ने भी मंत्री पद को लेकर आंखें दिखाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस की तरफ से आए दिन इस बात का दावा किया जा रहा है कि जिस अनुपात में उनके विधायक हैं उस अनुपात में उन्हें सरकार में मंत्री पद नहीं मिला है और कांग्रेस की तरफ से उम्मीद जताई जा रही है की जब भी कैबिनेट का विस्तार होगा उन्हें दो की जगह 4 मंत्री पद मिलेंगे.

भाजपा ने कसा तंज

महागठबंधन की सरकार के अंदर हो रहे उठापटक पर भारतीय जनता पार्टी दूर बैठकर मजे ले रही है. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने महागठबंधन में कांग्रेस की स्थिति को लेकर तंज कसते हुए कहा है कि महागठबंधन की सरकार के अंदर जनता दल यूनाइटेड और राजद या यूं कहें तो नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव बिहार में जिस तरह से कांग्रेस को चटनी चटा रहे हैं , वह बहुत ही हास्यास्पद है ‌‌. अब तो कांग्रेस के भीतर से ही आवाज उठने लगी की जितनी उनकी हैसियत है उस अनुपात में दो नहीं चार सीटें मंत्रिमंडल में मिलनी चाहिए. अब यह जो कांग्रेस को चों चों का मुरब्बा महागठबंधन के दो बड़े भाइयों जेडीयू और आरजेडी ने कांग्रेस को पकड़ा दिया है. उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की स्थिति वाकई पिछलगु जैसी है. अब नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के पीछे कांग्रेस के लोग कार्यकर्ताओं की तरह झोला झंडा उठाने का काम करें . अब इनके बस में यही है. उन्होंने कभी अभी तो शुरुआत है आगे आगे देखिए होता है क्या.

अब तो आने वाला वक्त ही बताएगा की बिहार की राजनीति में महागठबंधन की सरकार बनने से कांग्रेस के सामने जो परिस्थितियां पैदा हुई हैं वह उससे कैसे  बाहर निकलती है.