टीएनपी डेस्क(TNP DESK): फोर्ब्स रीयल-टाइम अरबपति ट्रैकर में शुक्रवार को बड़ा फेरबदल हुआ. भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं. फोर्ब्स के अनुसार, गौतम अडानी की संपत्ति में रातोंरात 4 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई और उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 154 बिलियन डॉलर हो गई है. इससे वे LVMH के बर्नार्ड अरनॉल्ट और अमेज़ॅन के जेफ बेजोस से आगे निकल गए हैं. टेस्ला के संस्थापक एलोन मस्क 270 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं.

60 वर्षीय गौतम अडानी ने बंदरगाहों और वस्तुओं के व्यापार से अपनी किस्मत बनाई और अब वे कोयला खनन और खाद्य तेलों से लेकर हवाई अड्डों और समाचार मीडिया तक के उद्योग में छाए हुए हैं. वे भारत के दूसरे सबसे बड़े ग्रुप का संचालन करते हैं.

अडानी एंटरप्राइजेज के 75% शेयर के मालिक हैं गौतम अडानी

गौतम अडानी अडानी एंटरप्राइजेज के 75% शेयर के मालिक हैं. मार्च 2020 से कंपनी के शेयर में 2,700% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. अडानी ट्रांसमिशन, अडानी पावर, अडानी पोर्ट्स और अडानी ग्रीन एनर्जी सहित समूह की अन्य कंपनियों में स्टॉक की कीमतों में उछाल रहा. इस उछाल ने इस साल अडानी ने भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया था. अब वे दुनिया भर के अरबपतियों को पीछे छोड़ चुके हैं. कई विश्लेषकों का मानना है कि सात सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण ने भी शुक्रवार की सुबह टाटा समूह की कंपनियों को पछाड़ दिया, जिससे अदानी समूह भारत का सबसे बड़ा समूह बन गया.

हीरा उद्योग से शुरू किया था अपना कैरियर

पश्चिमी राज्य गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे, अदानी ने 1988 में अपना export व्यवसाय शुरू करने से पहले हीरा उद्योग में काम करने के लिए कॉलेज छोड़ दिया था.  1995 में, उन्होंने गुजरात के मुंद्रा में एक कमर्शियल शिपिंग पोर्ट बनाने और संचालित करने का एक कान्ट्रैक्ट जीता, जो तब से भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह बन गया है. उसी समय, अदानी ने भारत और विदेशों में ताप विद्युत उत्पादन और कोयला खनन में विस्तार किया. हाल के वर्षों में, अक्षय ऊर्जा व्यवसाय स्थापित करने के अलावा, समूह ने पेट्रोकेमिकल्स, सीमेंट, डेटा सेंटर और कॉपर रिफाइनिंग में भी प्रवेश किया है. भारतीय समाचार मीडिया में हालिया निवेश और इस साल 5G एयरवेव्स के लिए बोली लगाने से अटकलें तेज हो गई हैं कि अरबपति का साम्राज्य जल्द ही अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज के वर्चस्व वाले क्षेत्रों में प्रवेश कर सकता है. लेकिन अडानी के पूंजी-गहन व्यवसायों में तेजी से विस्तार ने वित्तीय अलार्म भी बढ़ा दिया है, पिछले हफ्ते फिच ग्रुप के क्रेडिटसाइट्स ने दोहराया कि वे "अडानी समूह के उत्तोलन पर चिंतित हैं."