रांची (RANCHI) :  रांची के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल मेडिका को एक बार फिर बड़ा झटका मिला है. अर्थो यूनिट के हेड डॉ अंकुर सौरभ , डॉ विशाल सहित पूरे टीम ने  अब मेडिका अस्पताल को गुड बाय बोल दिया है. डॉ अंकुर  और डॉ विशाल मेडिका छोड़ने के बाद कहां जाएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है.

चार महीने के भीतर इन डॉक्टर ने छोड़ा

एक के बाद एक नामचीन डॉक्टर मेडिका का साथ छोड़ते जा रहे हैं. बता दें कि मार्च महीने में ही मेडिका के वाइस चेयरमैन और न्यूरो विभाग के हेड डॉ संजय कुमार और न्यूरो विभाग के दूसरे सबसे बड़े डॉक्टर डॉ पैट्रिक प्रबोध मिंज ने मेडिका का साथ छोड़ दिया था. इससे पहले जाने माने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीपक गुप्ता,  हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अनुपम सिंह और डॉ अत्री गंगोपाध्याय ने भी सुपर स्पेशलिटी मेडिका अस्पताल  से किनारा कर लिया था.

अब नए डॉक्टरों के हवाले मेडिका

एक के बाद एक लगातार नामी डॉक्टरों का मेडिका का छोड़ना मरीजों और उनके परिजनों के लिए अच्छी सूचना नहीं कही जा सकती. न्यूरो विभाग  समेत मेडिका के कई विभाग में तो हालत यह है कि इलाज अब नए डॉक्टरों के भरोसे हो गया है.  ऐसे में मरीजों और परिजनों के लिए अब राजधानी रांची में सदर और रिम्स सहारा होगा. गौरतलब है कि स्थापना के बाद से झारखंड में मेडिका पर लोगों की उम्मीदें बढ़ गई थीं. झारखंड ही नहीं पड़ोसी राज्यों से भी मेडिका में इलाज के लिए लोग आते हैं. अब लागातर नामचीन डॉक्टरों के मेडिका छोड़ने की खबर इसकी साख पर बट्टा लगा रही.

यह है वजह !

मरीजों और परिजनों के बीच एक बड़ा सवाल है कि जिन डॉक्टरों ने झारखंड के इस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को आस का दूसरा नाम बनाने में कड़ी मेहनत की, वे आखिर क्यों एक के बाद एक इसका साथ छोड़ते जा रहे. हालांकि छोड़ने वाले डॉक्टरों ने खुल कर मीडिया के सामने कोई बात नहीं कही, पर सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार  अस्पताल प्रबंधन की किचकिच एक बड़ी वजह है.