देवघर (DEOGHAR) किसानों को लेकर पूरा देश आंदोलित जारी है, लेकिन विचौलियों के हाथों इनके शोषण पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके इसके लिए झारखंड सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष खरीफ फसल के मौसम में धान सहित अन्य खरीफ़ फसल का क्रय मूल्य तय किया जाता है. साथ ही पैक्स के माध्यम से सरकारी खरीद मूल्य पर किसानों से धान की खरीद की जाती है, लेकिन देवघर में किसान सरकारी मूल्य से लगभग आधे मूल्य पर बिचौलियों के हाथों धान बेचने को मजबूर हैं.

मनमानी कीमत पर धान खरिद रहे बिचौलिये

किसानों के अनुसार सरकारी पैक्स में समय पर भुगतान नहीं होने से उन्हें बिचौलियों के हाथों अपनी फसल बेचनी पड़ती है. हैरानी की बात है कि सरकार के दावे के विपरीत ये बिचौलिये खुलेआम अपनी दुकान खोल कर किसानों से मनमानी कीमत पर धान खरीद रहे हैं. खुले बाजार में बेच कर मुनाफा कमा रहे हैं, लेकिन सरकार या जिला प्रशासन के स्तर से इस पर अंकुश लगाने और किसानों का दोहन रोकने का प्रयास नहीं किया जा रहा है. किसानों की मजबूरी और बिचौलियों की मनमानी का नज़ारा देवघर सुल्तानगंज मुख्य पथ देवपुर मोड़ के पास सहित अन्य जगह यहां आसानी से देखा जा सकता है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के गृह जिला का यह हाल है तो राज्य भर की स्थिति का आप अंदाजा लगा सकते हैं.

रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर