सिमडेगा(SIMDEGA) नक्सली कारिडोर के नाम से पहचाने जाने वाला सिमडेगा आज नशे का काॅरिडोर बन गया है अंतरराष्ट्रीय बाजार तक नशे का खेप पंहुचाने के लिए नशे के सौदागर सिमडेगा के रास्ते का इस्तेमाल करने लगे हैं.ओडिसा से लगातार गांजा, भांग और ड्रग्स का बडा खेप अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पंहुचाया जा रहा है. नशे के सौदागर ओडिसा से सिमडेगा के रास्ते कारों में छिपा कर गांजा आदि की बडी खेप बिहार होते नेपाल तक पंहुचाते हैं.अंतरराष्ट्रीय बाजार पंहुचते ही नशे का ये सामान अनमोल हो जाता है.पैसों की लालच में लोगों की जिन्दगियों से खेलते ये नशे के सौदागर नेपाल तक ड्रग्स, गांजा पंहुचाने के लिए सिमडेगा के रास्ते का सहारा लेते हैं. सिमडेगा का एक बडा क्षेत्र ओडिसा से लगता है. ये नशे के सौदागर सिमडेगा की इसी भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाते हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार तक नशे पंहुचाने के लिए इसे काॅरिडोर की तरह इस्तेमाल करते हैं. 

 

 अलग अलग रास्तों से लेते है एंट्री

ओडिसा से ये नशे के सौदागर कभी केरसई के रास्ते कभी ठेठईटांगर के रास्ते तो कभी ओडगा, गिरदा के रास्ते सिमडेगा में प्रवेश करते हैं.नशे का ये धंधा कितना बडा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस ने पिछले सात आठ महिनों में करीब 15 सौ किलो गांजा जब्त करते हुए नशे के सौदागरों को भी पकडा है. सिमडेगा पुलिस इन नशे के कारोबारियों नकेल डालने के लिए लगातार सीमाओं पर चेंकिग अभियान चलाते रहती है।कभी सफलता मिलती है. कभी ये नशे के कारोबारी जंगल का फायदा उठा चंपत भी हो जाते हैं 

 

कार्रवाई के बाद भी नशे के सौदागर धडल्ले से कर रहे कारोबार 

सिमडेगा पुलिस एक दिवार बन इन नशे कारोबारियों को रोकने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि हर हाल में नशा से समाज को बचाना है.पिछले सात आठ महिनों में सिमडेगा पुलिस  द्वारा जब्त 15 सौ किलो गांजा की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार पंहुचते अरबों में हो जाएगी. इसी से अंदाजा लगा लीजिए  कि नशे का कारोबार कितना बडा है. यही कारण है कि इतने पुलिसिया कार्रवाई के बाद भी नशे के सौदागर बडे कमाई की लालच में नशे का कारोबार धडल्ले से कर रहे हैं.

 

 रिपोर्टः अभिनव, सिमडेगा