गुमला(GUMLA) झारखंड राज्य के गुमला शहर के करमटोली मुहल्ला में 100 साल से ज्यादा पुराना बुढ़वा महादेव मंदिर है. यह मंदिर बेहद पुराना है,और इसका इतिहास भी उतना ही अनोखा है. पीपल के पेड़ की खोह में एक शिवलिंग निकला था. यह शिवलिंग अब बड़ा हो गया है.गुमला जिला मुख्यालय से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर करम टोली स्थित बुढ़वा महादेव मंदिर इन दिनों लोगों के लिए विशेष आस्था और विश्वास का केंद्र बना हुआ है मंदिर समिति के लोगों का मानना है कि पीपल के पेड़ में भगवान शिव का अवतार हुआ है जिसके कारण लोगों का आस्था और विश्वास इस मंदिर के प्रति अधिक देखने को मिलती है
इस मंदिर में पूजा करने के लिए काफी संख्या में लोग आसपास के इलाकों से आते हैं खासकर के सोमवार के दिन तो लोगों का भीड़ काफी अधिक होती आयोजन समिति के सदस्यों की मानें तो इस मंदिर का अलग आकर्षण है पहले काफी मंदिर पुराना हुआ करता था लेकिन स्थानीय लोगों के सहयोग से मंदिर को भी काफी भव्य रूप में बनाया गया है ताकि आसानी से आकर भक्त यहां कर पूजा कर सकें मंदिर समिति के लोग कहते है कि वे अब इस मंदिर को ना केवल गुमला बल्कि आसपास के जिलों के साथ ही झारखंड के विभिन्न जिलों में इसके महत्व को पहुंचाना चाहते हैं ताकि लोग इस मंदिर के बारे में भी जान सके.
ऐसे तो जिला में कई स्थानों पर शिव भगवान का मंदिर है जहां पर लोग पूजा करने के लिए जाते हैं लेकिन गुमला के बुढ़वा महादेव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि करम टोली गांव के एक बैगा पाहन ( पुजारी ) को रात में सपना आया था कि पीपल के पेड़ की खोह में एक शिवलिंग है सुबह उठते ही जैसे ही बैगा वहां पहुंचा, तो देखा कि सच में एक शिवलिंग विरामान है.
मंदिर के प्रति लोगों की बढ़ती श्रद्धा व विश्वास को देखते हुए स्थानीय लोगों ने उस खपड़ा से बने मंदिर को तोड़कर पक्का मंदिर बनवा दिया है.सावन के अंतिम सोमवारी पर लोग यहां पूजा करने के लिए पहुंच रहे हैं हालांकि पहले की तरह यहां पर भीड़ कम देखने को मिल रही है फिर भी सावन के महिने में लोग यहां आकर पूजा अर्चना कर रहे हैं. प्राचीन बुढ़वा महादेव मंदिर में लोगों का विशेष आस्था और विश्वास देखने को मिल रहा है
रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह,गुमला.
पीपल के पेड के खोह में 100 साल से है शिवलिंग की पूजा करते श्रद्धालू
Recent Comments