चक्रधरपुर (CHAKRADHARPUR ) रेल मंडल के बांसपानी स्टेशन में ग्रामीणों ने तोड़फोड़ कर पूरे स्टेशन को तहस नहस कर दिया है. ग्रामीणों ने स्टेशन में काम कर रहे कई रेलकर्मियों पर भी जानलेवा हमला किया. हमले से कई रेलकर्मी घायल हैं और जोड़ा के टाटा हॉस्पिटल घायल रेलकर्मियों का इलाज चल रहा है. गंभीर रूप से घायल रेलकर्मियों को रांची रिम्स ले जाया गया है.

क्या है मामला

दरअसल आरपीएफ के द्वारा एक ग्रामीण की पिटाई के बाद उसकी मौत हो गयी थी. जानकारी के मुताबिक आरपीएफ के एक जवान ने देर शाम को साइडिंग में लक्ष्मण पात्रो नामक एक ग्रामीण की कोयला चोर बताकर लाठी डंडे से पिटाई कर दी थी. आरपीएफ जवान की इस पिटाई के बाद घटना स्थल पर ही लक्ष्मण पात्रो की मौत हो गयी. इसकी सूचना जब लक्ष्मण पात्रों के घरवालों व ग्रामीणों को हुई तो वे मौके पर पहुंचे और शव को उठाकर गांव ले गए. लक्ष्मण पात्रो का शव देख ग्रामीणों में रेलवे के खिलाफ ऐसा गुस्सा फूटा कि उन्होंने बांसपानी रेलवे स्टेशन पर ही धावा बोल दिया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने चुन -चुन कर रेलकर्मियों और आरपीएफ जवानों पर हमले किये. वहीं स्टेशन पर गुस्से के उबाल के साथ पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की. पूरे रेलवे स्टेशन के संसाधन और उपकरण को तोड़कर नष्ट कर दिया, वहीं दस्तावेजों को भी फेंककर  स्टेशन परिसर में बिखेर दिया. इस तोड़फोड़ में कई रेलकर्मी घायल हैं. घटना के बाद चक्रधरपुर रेल मंडल में हड़कंप मचा हुआ है. 

ट्रेनों का परिचालन ठप 

तक़रीबन दो घंटे तक ग्रामीणों के कब्जे में स्टेशन रहा. किसी तरह कुछ रेलकर्मी अपनी जान बचाकर रेलवे स्टेशन से भाग निकलने में कामयाब रहे लेकिन जो पकड़ में आये ग्रामीणों ने उन्हें दम भर पीटा. इस घटना की सूचना मिलने के बाद ओडिशा की क्योंझर पुलिस एक्टिव हुई और प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा दी. जिसके बाद जिला पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़कर स्टेशन को अपने कब्जे में ले लिया. स्टेशन और आसपास इस घटना के बाद अब भी तनाव कायम है. वहीं ग्रामीणों को समझाने का प्रयास जारी है. स्टेशन में ट्रेनों का परिचालन ठप्प है, लोडिंग भी ठप्प है. 

कोयला चोरी का करोड़ों का कारोबार

बता दें कि घटना जिस कोयला चोरी के मामले को लेकर शुरू हुआ है वह चक्रधरपुर रेल मंडल में काफी बड़ा मामला है. हर महीने चक्रधरपुर रेल मंडल के विभिन्न साइडिंग से कोयला चोरी का करोड़ों का कारोबार होता है. और इस कारोबार में आरपीएफ व रेलकर्मियों की भी मिलीभगत होती है.

रिपोर्ट:जय कुमार (चाईबासा )