धनबाद (DHANBAD)- कोयलांचल में आग और भ्रष्टाचार में बहुत पुराना रिश्ता है. यहां के लिए गड़बड़ी की फाइल को आग के हवाले करने का खेल कोई नया नहीं है. जानकारी के अनुसार 5 वीं मंजिल पर अवस्थित परचेस डिपाटमेंट से आग भड़की और दो कमरों के सभी कागजात जल गए. सवाल खड़ा किया जा रहा है कि आखिर ऐसे महत्वपूर्ण विभाग में आग कैसे लगी. बता दें कि इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि बीसीसीएल में टिपर की खरीद में गड़बड़िया हुई है. यह खरीद तत्कालीन सीएमडी टी के लाहिड़ी के समय की गई थी. इस मामले में सीबीआई की जांच भी शुरू हो गई है. वहीं कहीं ऐसा तो नहीं कि कागजातों को नष्ट करने के लिए यह सब किया गया है. संदेह इसलिए भी बढ़ रहा है कि अगर सामान्य घटना होती तो प्रबंधन अब तक स्पष्ट कारण बता दिया होता.
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
बता दें कि दशकों पूर्व जोड़ाफाटक के आयकर ऑफिस में आगलगी की घटना हुई थी. उस मामले में कोयला किंग सुरेश सिंह सहित अन्य आरोपी पाए गए थे. बता दें कि झरिया का सेल्स टैक्स विभाग जब बस्ताकोला में था, तो उस ऑफिस में भी देर रात को आगलगी की घटना हुई थी. पुराने मामले आज इसलिए फिर से जीवंत हो गए हैं कि बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन के परचेस विभाग में बीते दिन भीषण आग लग गई. आग लगी या लगाई गई, पुलिस इसकी जांच में जुट गई है. वहीं घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहें हैं. इसलिए भी संदेह बढ़ता जा रहा है.
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