गुमला (GUMLA)- जब मेरे पति की शहादत को सम्मान दिया गया तो अहसास हुआ कि मर कर भी वे अमर हैं . बता नहीं सकती, कितना सुखद अहसास है यह. गुमला के शहीद अजय कुमार सिंह की पत्नी रेणु देवी ने जब भींगे शब्दों में यह बात कही तो एकबारगी से पूरा माहौल भावुक हो उठा. मौका था जिला के शहीद सैनिक और पुलिस के जवानों को याद करने के उद्देश्य से पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम का. शहीदों की तस्वीर पर मालार्पण करने के साथ ही उनके परिजनों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया.

शहीदों को भावभीन श्रद्धांजलि

गुमला जिला के पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में जिला के उन सैनिकों और जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी जो देश की सीमा के साथ ही राज्य के अंदर सुरक्षा के सेवा के दौरान शहीद हो गए. इस दौरान एसपी एहतेशाम वकारीब और प्रोबेसनर आईपीएस सहित कई पुलिस पदाधिकारी ने सभी शहीदों की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया. साथ ही शहीदों को याद किया. उन्होंने कविता के माध्यम से भी जवानों को सम्मान दिया.

सरकार से मांगो पर ध्यान देने की उम्मीद

इस कार्यक्रम में आए शहीद जवानों के परिजनों ने भी शहीदों की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया. वहीं परिजनों ने इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किये जाने पर खुशी व्यक्त की है. साथ सरकार से कई मांगों पर ध्यान नहीं दिए जाने पर चिंता व्यक्त की है.

चिंता का विषय

शहीदों की याद में आयोजित इस तरह का कार्यक्रम वास्तव में काफी सराहनीय है, लेकिन वहीं उन शहीदों के परिवारों को आज भी कई समस्या झेलनी पड़ रही है. यह चिंता का विषय है. उन समस्याओं पर सरकार को गंभीरता से करवाई करना चाहिए, क्योंकि यह शहीदों के परिजनों की समस्या को कम ही नहीं करता है, बल्कि उन्हीं जख्म पर मरहम का काम करती है.

रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह, गुमला