चतरा(CHATRA) : किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे बड़ा आयाम उस क्षेत्र से गुजरने वाली सड़कों को माना जाता है. लेकिन अगर सड़क ही जर्जर हो जाए तो विकास की कल्पना करना भी दूभर है. कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है चतरा-लातेहार जिला को जोड़ने वाली सड़क का. ठेकेदार की लापरवाही के कारण इस क्षेत्र में रहने वाले आम लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, चतरा जिले के जबरा से सलगी गांव तक सड़क मरम्मत का काम वर्ष 2020 में आवंटित किया गया था. लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के कारण सड़क की मरम्मत अभी तक नहीं हो पाई है. इसके कारण चतरा और लातेहार को जोड़ने वाली यह सड़क काफी जर्जर हो चुकी है. स्थिति ऐसी है कि स्कूली बच्चों को आने-जाने से लेकर खेती-बारी और अन्य व्यापारिक गतिविधियों में भी ब्रेक लग गया है.
सड़क जाम करेंगे ग्रामीण
अब इसका असर ये हुआ है कि ग्रामीण अब सड़क मरम्मती को लेकर राष्ट्रीय उच्च पथ को जाम करने का निर्णय ले चुके हैं. बताया जा रहा है कि इस सड़क की मरम्मत तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से होनी थी. लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के कारण महज एक किलोमीटर की ही सड़क बन पायी है. ठेकेदार का कोई अता-पता नहीं है. खबर है कि ठेकेदार काम छोड़कर बीच में ही भाग खड़ा हुआ है.
जान जोखिम मे डालकर लोगों को करना पड़ रहा है सफर
बता दें कि जबरा से सलगी की दूरी तकरीबन 7 किलोमीटर है और इसी बीच चतरा जिला का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल चटनिया बाबा का स्थान भी है जहां हजारों भक्त प्रतिदिन मां के दरबार में दर्शन करने पहुंचते हैं. इस जर्जर हो चुकी सड़क के कारण लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर अपने आराध्य देवी की पूजा करने जाना पड़ रहा है. इस क्षेत्र का एकमात्र उच्च विद्यालय सलगी गांव में ही है और इस गांव में करीब 200 बच्चियां सलगी गांव के उत्क्रमित उच्च विद्यालय में पढ़ाई करती हैं. इन बच्चियों को स्कूल जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण को लेकर जिला प्रशासन से लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है, लेकिन विभाग के द्वारा अभी तक न तो ठेकेदार पर कार्यवाई की गई है और ना ही किसी दूसरे को कार्य का आवंटन किया गया.
रिपोर्ट : संतोष कुमार, चतरा
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